सीजीसी लांडरां और वीआईटी इंजीनियरिंग के बीच समझौता
चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ (सीजीसी), लांडरां ने वेस्ट मैनेजमेंट और सर्कुलर इकॉनमी के क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए वीआईटी इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एमओयू डॉ. राजदीप सिंह, कैंपस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरां और वीआईटी इंजीनियरिंग के फाउंडर इंजीनियर विजय कुमार वकचौरे द्वारा साइन किया गया। इस साझेदारी का प्रमुख उद्देश्य इंडस्ट्री और अकादमिक संस्थानों के बीच सहयोग को सशक्त करना है। इस प्रोजेक्ट को 56 लाख रुपये की स्पॉन्सर्ड ग्रांट प्राप्त हुई है और इसका नेतृत्व प्रो. (डॉ.) नेहा शर्मा, डीन रिसर्च, सीजीसी लांडरां करेंगी। यह रिसर्च प्रोजेक्ट वेस्ट मैनेजमेंट के नवाचारों और सर्कुलर इकॉनमी के व्यावहारिक समाधानों पर केंद्रित होगा। इस अवसर पर डॉ. राजदीप सिंह ने कहा, “यह समझौता सीजीसी की इंडस्ट्री-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह न केवल रिसर्च और इनोवेशन को गति देगा, बल्कि हमारे छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव भी प्रदान करेगा, जिससे वे वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल कर सकें।” इंजीनियर विजय कुमार वकचौरे ने कहा कि यह साझेदारी इनोवेशन और इंडस्ट्रियल एप्लिकेशन के बीच की दूरी को कम करने में सहायक होगी। वहीं, एसीआईसी राइज़ एसोसिएशन के सीईओ डॉ. अमरेश कुमार ने इस सहयोग की रणनीतिक महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि इससे स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन मिलेगा और छात्रों को सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी और रिसर्च में रियल-वर्ल्ड एक्सपोजर मिलेगा। यह एमओयू सीजीसी लांडरां को इनोवेशन, ज्ञान आदान-प्रदान और उद्योग आधारित अनुसंधान को मजबूती से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।