पंचकूला, 18 जुलाई (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ के मेयर रविकांत शर्मा पर शनिवार को हुए हमले के बाद पंचकूला के भाजपा मेयर कुलभूषण गोयल की सुरक्षा भी खतरे में नजर आ रही है। कुलभूषण गोयल को हरियाणा पुलिस की ओर से केवल एक ही सुरक्षा कर्मचारी दिया गया है, जोकि सरकारी समय के अनुसार अपना काम पूरा होने के बाद घर चला जाता है। यदि मेयर को रात को किसी कार्यक्रम के लिये जाना पड़ता है तो उनके साथ कोई पुलिस कर्मचारी नहीं होता।
प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले 3 दिन से कुलभूषण गोयल का सुरक्षा कर्मचारी ट्रेनिंग पर गया हुआ है और मेयर को विभिन्न कार्यक्रमों में सुरक्षा कर्मचारी के बिना ही जाना पड़ा है। गौर हो कि चंडीगढ़ में शनिवार को रविकांत शर्मा पर कुछ लोगों ने हमला कर उनकी गाड़ी तोड़ दी थी। पंचकूला में किसान आंदोलनकारी जितने सक्रिय है, उतने सक्रिय चंडीगढ़ में नहीं है। वैसे भी नगर निगम द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रखा है, तो रेहड़ी फड़ी वालों ने भी सोमवार से आंदोलन चलाने की धमकी दे दी है।
पुलिस उपायुक्त से कहने पर भी कार्रवाई नहीं : इस संबंध में जब मेयर कुलभूषण गोयल से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि सुरक्षा बढ़ाने के संबंध मेें फैसला डीसीपी या पुलिस कमिश्नर के स्तर पर ही लिया जाना है। सुरक्षा बढ़ाने के लिये गत दिनों पुलिस उपायुक्त को पहले भी कहा जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
क्या कहते हैं डीसीपी
पंचकूला के डीसीपी मोहित हांडा का कहना है कि सुरक्षा बढ़ाने का फैसला धमकी आने के आधार पर लिया जाता है, जो भी रिपोर्ट्स हमारे पास आती है, उसके आधार पर ही फैसला लिया जाता है। यदि कोई सुरक्षा कर्मचारी छुट्टी या ट्रेनिंग पर जाते हुए विभाग को सूचित कर देता है, तो उसकी जगह पर दूसरा कर्मचारी तैनात कर दिया जाता है।