मोहाली के डिप्टी मेयर ने गमाडा से मांगी 10 करोड़ रुपये की ग्रांट
मोहाली के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) के मुख्य प्रशासक को एक पत्र लिखकर शहर की जर्जर हो चुकी बुनियादी ढांचे की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। बेदी ने अपने पत्र में स्पष्ट कहा है कि यदि तत्काल बड़े पैमाने पर कदम नहीं उठाए गए तो मोहाली का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह ढह जाएगा और शहर के निवासियों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। डिप्टी मेयर ने लिखा कि हाल की भारी बारिश ने मोहाली के मुख्य सड़क नेटवर्क को खड्डों में बदल दिया है। लगभग हर सड़क पर खतरनाक गड्ढे बन गए हैं, जिससे न केवल यातायात प्रभावित हुआ है बल्कि लोगों की जान-माल को भी खतरा पैदा हो गया है।
उन्होंने बताया कि सड़कों के अलावा सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम भी कई जगह पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। पानी की निकासी बाधित होने से जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है और लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। बेदी ने गमाडा से सिफारिश की है कि नगर निगम मोहाली को तुरंत 10 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की जाए। यह फंड सड़कों की त्वरित मरम्मत, सीवरेज लाइनों के प्रतिस्थापन और पानी की निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने में खर्च होना जरूरी है।
अपने पत्र में डिप्टी मेयर ने एयरपोर्ट रोड पर जाम की समस्या को भी उठाया। उन्होंने कहा कि इस समय पंजाब की ओर से एयरपोर्ट तक पहुंचने में लोगों को एक घंटे से अधिक समय लग रहा है, जिसका मुख्य कारण है अनियंत्रित ट्रैफिक और जगह-जगह लगी ट्रैफिक लाइटें। बेदी ने सुझाव दिया कि यदि महत्वपूर्ण स्थानों पर फ्लाईओवर या अंडरपास बनाए जाएं तो ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक हल हो सकती है। इससे न केवल लोगों का समय और धन बचेगा बल्कि मोहाली की छवि भी एक आधुनिक और योजनाबद्ध शहर के रूप में उभरेगी।
जनहित में त्वरित कार्रवाई की अपील
डिप्टी मेयर ने कहा कि मोहाली के निवासी लगातार कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। यह जीएमाडा की ज़िम्मेदारी है कि वह वित्तीय और विकास संबंधी सहयोग देकर शहर की बुनियादी ज़रूरतें पूरी करे। उन्होंने आग्रह किया कि इन मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए और लोगों को तत्काल राहत दी जाए।