चंडीगढ़, पंचकूला में मॉक ड्रिल, लोगों को किया रेस्क्यू
मनीमाजरा (चंडीगढ़ ) 31 मई (हप्र)
केंद्र सरकार ने शनिवार को पश्चिमी सीमा से सटे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी जिलों में दूसरा नागरिक सुरक्षा अभ्यास ‘ऑपरेशन शील्ड’ आयोजित किया। अभ्यास के हिस्से के रूप में चंडीगढ़ के वायुसेना स्टेशन पर दुश्मन के ड्रोन के झुंड द्वारा हमला करने की स्थिति का अनुकरण किया गया। इस नकली खतरे के जवाब में, स्टेशन कमांडर ने स्टेशन परिसर से परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए नागरिक प्रशासन से तत्काल सहायता मांगी। अनुरोध प्राप्त होने पर, स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा इकाइयों को तुरंत सक्रिय किया गया। घायलों का मौके पर ही इलाज किया गया और गंभीर स्थिति वाले लोगों को तुरंत निकटतम अस्पताल ले जाया गया। शेष लोगों को सेक्टर 47 के सामुदायिक केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां व्यापक चिकित्सा जांच और उपचार प्रदान किया गया। इसके अलावा, किशनगढ़ और आईटी पार्क के सभी निवासियों ने रात 8 से 8.10 बजे तक समन्वित ब्लैकआउट ड्रिल भी देखी, जिसमें असाधारण एकता, अनुशासन और सामुदायिक भावना का प्रदर्शन किया गया। चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने कहा कि ब्लैकआउट ड्रिल के दौरान निवासियों की प्रतिक्रिया सामूहिक सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा तैयारियों के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पंचकूला (हप्र) : पंचकूला जिले में उपायुक्त मोनिका गुप्ता के नेतृत्व में आज पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सेक्टर 1 में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। लोगों को बिल्डिंग से सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। इस दौरान मॉक ड्रिल में पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन विभाग, सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस, मेरा युवा भारत के वॉलंटियर तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। मॉक ड्रिल शाम 5 बजे सायरन बजने के साथ प्रारंभ हुई। सायरन बजते ही सभी संबंधित विभागों को डायल 112 के माध्यम से सूचना मिलते ही सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी लाव लश्कर व संसाधनों के साथ रेस्ट हाउस सेक्टर 1 की ओर दौड़े। कुछ ही देर में अग्निशमन विभाग के कर्मचारी सीढ़ियों को जोड़कर प्रथम और दूसरी मंजिल पर पहुंचे और लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना शुरू किया । कुछ लोगों को स्ट्रैचर पर, कुछ को रस्सियों के सहारे, कुछ को कुर्सी पर, कुछ को गोद में उठाकर, कुछ को पीठ पर लादकर कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकालने लगे और सभी को एंबुलेंस व बसों के माध्यम से सुरक्षित स्थानों व अस्पतालों की ओर भेजा गया।