अमरावती एंक्लेव रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने अमरावती कॉलोनी के किनारों को कौशल्या डैम, कौशल्या नदी और झज्जरा नदी के पानी से होने वाले भूमि कटाव से बचाने के लिए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है। इस संबंध में एसोसिएशन प्रधान शमशेर शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने समाधान शिविर में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन प्रधान शमशेर शर्मा ने बताया कि जुलाई 2023 में हुई भारी बारिश और सिंचाई विभाग द्वारा कौशल्या डैम से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण क्षेत्र में व्यापक तबाही मची थी। झज्जरा नदी और डैम के पानी के तेज बहाव से अमरावती एंक्लेव का पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। अमरावती ब्रिज और सर्विस रोड के टूटने से अमरावती एंक्लेव, डीएलएफ, ट्राइडेंट और आसपास के लगभग 20 गांवों के लोगों को कई महीनों तक भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शमशेर शर्मा ने कहा कि एसोसिएशन की मांग पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने अंडरपास और सर्विस लेन की मरम्मत कर दी है। वहीं अमरावती के बिल्डर ने भी ब्रिज को ठीक करवा दिया है। लेकिन सिंचाई विभाग को बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद, अमरावती के साथ लगती कौशल्या नदी के किनारे रिटेनिंग वॉल बनाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने चिंता जताई कि यदि यह सुरक्षा दीवार नहीं बनी तो भविष्य में फिर से जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है। शमशेर शर्मा के साथ उपप्रधान सुरेंद्र जैन, महासचिव कर्नल अविनाश राय, रंजन वर्मा, सुभाष छाबड़ा, सतीश भारद्वाज सहित कार्यकारिणी के अन्य सदस्य मौजूद थे।
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