मोहाली बस स्टैंड और सड़क विवाद पर बैठक आज
फेज़-6 स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनस (आईएसबीटी) कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और उससे जुड़ी सड़क का विवाद लंबे समय से लटका हुआ है। बस स्टैंड के निर्माण के दौरान डबल रोड के एक हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया गया था, जिससे सड़क आधी रह गई। समय के साथ उसका बड़ा हिस्सा धंस भी चुका है। यही सड़क आगे हाईवे और फ्लाईओवर से जुड़ती है, लेकिन आधी रह जाने से यहां हर समय जाम लगा रहता है। इसके साथ ही बस स्टैंड अब तक शुरू नहीं हो सका है। जिन लोगों ने यहां कमर्शियल निवेश किया था, वे कई सालों से परेशानी झेल रहे हैं।
वहीं डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने इस मामले को हाई कोर्ट में उठाया। दिसंबर 2024 में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने नगर निगम और गमाडा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इससे पहले मई 2023 में भी बेदी ने सड़क की खस्ता हालत उजागर की थी, जब 30 फुट चौड़ी सड़क में से 20 फुट धंसकर गड्ढों में तबदील हो चुकी थी। अदालत ने सभी पक्षों को बैठक कर समाधान निकालने का आदेश दिया था। अगस्त 2025 में मानसून के दौरान हालात और बिगड़ गए। बेदी ने दो दिन पहले ही सरकार और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
जल्द ही लोगों को राहत मिलने की संभावना
अब हाई कोर्ट के निर्देशों के बाद ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) ने 4 सितंबर को पूडा भवन में बैठक बुलाई है। इस बैठक की अध्यक्षता गमाडा के मुख्य प्रशासक करेंगे। बैठक में नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, एनएचएआई, बस स्टैंड की डेवलपर कंपनियां (सी एंड सी टावर लिमिटेड और महाक्रम डेवलपर्स प्रा. लि.) तथा अन्य अधिकारी शामिल होंगे। गमाडा ने डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी को भी बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। इस संबंध में बेदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह बैठक मोहाली की ट्रैफ़िक समस्या, धंसी हुई सड़कों और अधूरे बस स्टैंड के मसले का ठोस हल निकालेगी। वर्षों से टलता यह मामला अब हाई कोर्ट की कड़ी निगरानी में है, इसलिए संभावना है कि जल्द ही लोगों को राहत मिलेगी।