मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा एमसीएम
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 14 जून (हप्र)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की रूपांतरकारी दृष्टि के अनुरूप, मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़ ने एक
दूरदर्शी शैक्षणिक दृष्टिकोण अपनाया है, जिसके तहत पाठ्यक्रम में मूल्य वर्धित पाठ्यक्रमों को शामिल किया गया है।
इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य मुख्य अकादमिक ढांचे को व्यावहारिक और बहु-विषयी शिक्षा के साथ सशक्त बनाना है।
कॉलेज इस बात को भली-भांति समझता है कि केवल अकादमिक ज्ञान पर्याप्त नहीं, बल्कि जीवन-कौशल और करियर उन्मुख क्षमताएं भी उतनी ही आवश्यक हैं। इसी सोच को मूर्त रूप देने के लिए एनईपी के तहत कॉलेज विभिन्न क्षेत्रों में मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है, जिनमें शामिल हैंं- स्वामी दयानंद सरस्वती का दर्शन, मानवाधिकार, डिजिटल गवर्नेंस, सतत विकास के लिए शासन, भारतीय परंपराएं और मूल्य, पोषण और फिटनेस, बेसिक्स ऑफ़ कंप्यूटर एप्लिकेशन, स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती, खेल और फिटनेस, स्वास्थ्य अर्थशास्त्र, साहित्य और नया मीडिया, बाल साहित्य, वित्तीय साक्षरता, उपभोक्ता कानून, वैदिक बीज गणित, सौर ऊर्जा और उसके अनुप्रयोग, दैनिक जीवन में भौतिकी, प्रयोगशाला तकनीक, नर्सरी और बागवानी, दैनिक जीवन में रसायन। ये सभी पाठ्यक्रम अंतरविषयी हैं और मानविकी, विज्ञान व वाणिज्य-सभी संकायों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्या श्रीमती नीना शर्मा ने कहा कि एमसीएम का विश्वास है कि महिलाओं को न केवल शैक्षणिक रूप से दक्ष होना चाहिए, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से उत्तरदायी, नवोन्मेषी और परिस्थितियों के अनुसार ढलने योग्य भी होना चाहिए।