पिंजौर, 26 अगस्त (निस)
लॉकडाउन में ठप पड़ी अर्थव्यवस्था अनलॉक के बाद भी पटरी पर नहीं आई है जिसके चलते जहां एक ओर देशभर में लाखों की तादाद में बेरोजगारी बढ़ी है वही लाखों रुपए खर्च करके एमबीए आईटी प्रोफेशनल की डिग्री लेने वाला युवक कुलदीप सिंह अब पिंजौर में सब्जी बेचने को मजबूर है।
पटियाला में एक मल्टीनेशनल कंपनी में आईटी जोनल हैड की नौकरी पर अच्छी-खासी सैलरी लेने वाले कुलदीप के सिर से पिता का साया उठ गया। अब उसे अपनी मां, पत्नी और खुद का पेट भरने के लिए पिंजौर की विश्वकर्मा कॉलोनी स्थित आजाद पब्लिक स्कूल के सामने छोटी सी दुकान में थोड़ी सी सब्जियां बेचने को मजबूर होना पड़ा। कुलदीप सिंह पिछले लगभग डेढ़ महीने से सब्जी बेच रहा है पहले 3 महीने इस आस में निकाल दिए कि लॉकडाउन खुलेगा और जिंदगी फिर से पटरी पर आ जाएगी और वह जाॅब पर जाने लगेगा लेकिन आखिर बैठकर कब तक खाया जा सकता था।
फिर भी उम्मीद कायम
कुलदीप सिंह ने बताया कि लॉकडाउन में रोजमर्रा के जरूरी सामान की खुली दुकानों में से उन्हें सबसे कम इन्वेस्टमेंट वाला काम सब्जी का लगा। फिलहाल सब्जी की सेल भी इतनी नहीं है क्योंकि चाय, छोले पूरी, गोलगप्पे, आइसक्रीम, नूडल्स बेचने वाले भी अब सब्जी बेचने लगे हैं। कुलदीप को आस है कि एक दिन तो यह बादल छटेंगे और वह फिर से किसी कंपनी में जॉब के लिए कोशिश करेगा।