अपने ही सेक्टर में टूटी सड़क देखकर अधिकारियों पर बरसे मेयर कुलभूषण गोयल
पंचकूला नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल ने सोमवार को शहरभर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जहां उन्हें कई जगह लापरवाही और अधूरे काम मिले, वहीं उन्होंने अधिकारियों को मौके पर ही सख्त चेतावनी दी कि किसी भी सूरत में काम तय समयसीमा के भीतर पूरे होने चाहिए, वरना कार्रवाई तय है। निरीक्षण के दौरान मेयर सबसे पहले वह अपने होम सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल के पास पहुंचे, जहां सड़क की हालत देखकर वे भड़क उठे। उन्होंने पाया कि सीवरेज लाइन डालने के बाद सड़क पूरी तरह उखड़ी पड़ी है और चारों ओर गंदगी फैली हुई है। मौके पर ही उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तुरंत मलबा हटाने, सड़क की मरम्मत करने और क्षेत्र में स्वच्छता सुनिश्चित करने के आदेश दिए। इसके साथ ही उन्होंने बागवानी वेस्ट उठाने, पेड़ों की ट्रीमिंग और घास की कटिंग के लिए ब्रूश कटर लगाने के निर्देश भी दिए।
इसके बाद महापौर गोयल सेक्टर-7, मकान नंबर 313 के बाहर पहुंचे, जहां स्क्रूल्यूर ब्रिक ड्रेन (सीबीडी) बरसात के दौरान बैठ जाने से टूटी पड़ी थी। यह काम लंबे समय से रुका हुआ था क्योंकि न तो पंचकूला महानगर विकास प्राधिकरण (पीएमडीए) इसे पूरा कर रहा था और न ही नगर निगम को करने दे रहा था। इस पर मेयर ने मौके पर ही चीफ इंजीनियर राजीव शर्मा और सुनील कुंडू से बातचीत की और आदेश दिया कि या तो यह काम तुरंत पूरा करें या इसे नगर निगम को सौंप दें। जवाब में चीफ इंजीनियर ने भरोसा दिया कि सर्विस रोड पर सीबीडी का काम नगर निगम को ट्रांसफर करने का पत्र शीघ्र जारी किया जाएगा।
इसके साथ ही गोयल ने सेक्टर-10, 12, 21 और 25 के सामुदायिक केंद्रों के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सेक्टर-10 का कार्य 10 दिसंबर, सेक्टर-12 का 30 अक्टूबर, सेक्टर-25 का 15 नवंबर तक हर हाल में पूरा होना चाहिए। वहीं, सुखदर्शनपुर, टोका और नग्गल के सामुदायिक केंद्रों का कार्य भी 15 नवंबर से शुरू करने के निर्देश दिए। सेक्टर-21 के सामुदायिक केंद्र में निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्य प्रगति पर संतोष जताया, लेकिन चेतावनी दी कि यह कार्य 15 दिसंबर तक हर हाल में पूर्ण होना चाहिए। महापौर के इस दौरे के दौरान शहर के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। कई विभागीय कर्मचारी तुरंत साइट पर पहुंच गए और काम तेज करने में जुट गए। निरीक्षण के दौरान सुरेश वर्मा, रितु गोयल, सुनीत गोयल, सोनिया सूद और संयुक्त आयुक्त गौरव चौहान भी मौजूद रहे।