चीन बॉर्डर पर शहीद ओमप्रकाश को किया याद
गांव बतौड़ के पंचायती जंजघर में भारतीय सेना के वीर सपूत शहीद ओमप्रकाश शर्मा का शहादत दिवस बड़े ही भावुक माहौल में मनाया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने शहीद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और ‘शहीद ओमप्रकाश शर्मा अमर रहें, इंकलाब जिंदाबाद, वंदे मातरम’ के नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। इस अवसर पर पूर्व सरपंच व समाजसेवी लक्ष्मण बतौड, कैप्टन सतपाल सिंह राणा, गुलाब सिंह राणा, महिपाल रंगा, मुकेश, रामपाल राणा, महेशा पंडित, पंच राम कुमार, राहुल शर्मा, सतवीर शर्मा, पुष्पिंदर शर्मा, वेदप्रकाश, सुभाष पंडित, मैनपाल, सुशील, शुभकरण सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। पूर्व सरपंच लक्ष्मण बतौड ने बताया कि शहीद ओमप्रकाश शर्मा का जन्म 3 अप्रैल, 1944 को गांव बतौड़ में हुआ था। वे भारतीय सेना में तैनात थे और 12 सितम्बर, 1967 को नाथूला चीन बॉर्डर पर सीमा विवाद के दौरान अदम्य साहस दिखाते हुए शहीद हो गए। ग्रामीणों ने कहा कि शहादत के 58 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक सरकार और जिला प्रशासन ने शहीद के नाम पर कोई स्वागत गेट या लाइब्रेरी नहीं बनाई। ग्रामीणों ने एक स्वर में मांग उठाई कि शहीद परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए।