पंचकूला, 10 अगस्त (ट्रिन्यू)
जननायक जनता पार्टी (जजपा) सहित विभिन्न दलों व संगठनों ने तदर्थ कमेटी द्वारा तैयार किये गये वार्डबंदी के प्रारूप पर विरोध जताया है। आज इस बारे में जजपा शहरी प्रधान ओपी सिहाग ने उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा से मुलाकात की और उन्हें बताया कि वार्डबंदी का प्रारूप नियमों के विपरीत है। सिहाग के अनुसार वार्ड एक में भैंसा टिब्बा, एमडीसी सेक्टर दो और 6 एमडीसी को शामिल किया गया है, जबकि वार्ड दो में एमडीसी सेक्टर 4 व 5 तथा पंचकूला सेक्टर 6 को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार एमडीसी सेक्टर चार को वार्ड एक में शामिल किया जाना चाहिये था। सेक्टर 4 पंचकूला के एक भाग को वार्ड 17 बनाने के लिये शिमला-अम्बाला हाईवे क्रास करके सेक्टर 4 तथा घग्गर पार सेक्टर 23, 24 व 25 मिलाया गया है। यह भी नियमों के खिलाफ है। सेक्टर 4 के क्षेत्र को वार्ड बनाने के लिए आसपास सेक्टर की जनसंख्या लेनी चाहिए थी। इसी प्रकार सेक्टर 19 को अकेला वार्ड न बनाकर उसे तोड़कर वार्ड 9 बनाने के लिए सेक्टर 14 की आबादी व क्षेत्र शामिल किया गया है, यह व्यावहारिक नहीं है। सिहाग ने बताया कि इसी प्रकार सेक्टर 2 को खड़क मंगौली से जोड़कर वार्ड 12 बनाया गया है जो व्यावहारिक व भौगोलिक रूप से ठीक नहीं है। सिहाग ने कहा कि इस तरह के वार्डों के गठन से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वार्डबंदी के प्रारूप तैयार करने में जो अनियमितताएं हुई उसमें प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका कम तथा एडहॉक कमेटी के गैर सरकारी सदस्यों का स्वार्थ अधिक है।
सिटीजन वेल्फेयर एसोसिएशन ने कियव विरोध
एसोसियेशन के प्रधान एसके नैय्यर के अनुसार वार्ड दो में सेक्टर 6 को एमडीसी चार व पांच, स्वास्तिक विहार के साथ लगाया जा रहा है जोकि सेक्टरवासियों के लिए मुसीबत साबित होगा। सेक्टर 19 का अलग वार्ड बनाया जाना चाहिये। अभयपुर को वार्ड 9 में जोड़ा जाना चाहिये। सेक्टर 17 का गठन भी गलत है। एसोसिएशन ने उपायुक्त, विधानसभा अध्यक्ष, निदेशक स्थानीय निकाय विभाग से मांग की है कि तुरंत खामियों को ठीक करायें।
कांग्रेस ने किया विरोध
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्त रंजीता मेहता के अनुसार वार्डों की रूपरेखा गलत बनाई है। कांग्रेस पार्टी इस वार्डबंदी का विरोध करती है। वहीं नगर परिषद के पूर्व प्रधान रवींद्र रावल का कहना है कि वार्डबंदी गलत की गई है। इसमें पूरी तरह सत्तारूढ़ दल का दखल रहा है। अभी पार्टी नेतृत्व को अवगत करवाकर पूरी रणनीति तय की जाएगी। वार्डबंदी के खिलाफ अपनी आपत्तियां दर्ज करवायेंगे। पूर्व प्रधान सीमा चौधरी के अनुसार सेक्टर 2 और 4 का वार्डबंदी करते समय ध्यान नहीं दिया गया।