चंडीगढ़ के मुद्दों पर फिर मुखर हुए मनीष तिवारी
सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ की पांच ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक बार फिर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से ठोस कार्रवाई की मांग की है। तीन जुलाई को हुई मुलाकात के बाद तिवारी ने 8 जुलाई को एक विस्तृत पत्र भेजकर सभी मुद्दों का समाधान शीघ्र करने का आग्रह किया। उन्होंने जिन प्रमुख मसलों को उठाया, उनमें शामिल हैं संपत्ति हिस्सेदारी की बिक्री, हाउसिंग बोर्ड के फ्लैटों में आवश्यकता आधारित बदलाव, राहत कॉलोनियों के निवासियों को मालिकाना हक, 22 शहरी गांवों से लाल डोरा हटाना और दक्षिणी क्षेत्रों की हाउसिंग सोसायटियों की समस्याएं। बता दें कि सांसद तिवारी काफी समय से नगर निगम और प्रशासन पर तीखा हमला बोल रहे हैं।
लोगों का जीवन नरक बना दिया
तिवारी ने बताया कि ये मुद्दे ढाई दशक से अधिक समय से लंबित हैं और प्रशासनिक लापरवाही के कारण हजारों लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और संसद में भी बार-बार इन मामलों को उठाया है। सांसद ने मांग की है कि प्रत्येक समस्या के समाधान के लिए अलग-अलग अधिकार प्राप्त समिति बनाई जाए ताकि बिना देरी के कार्रवाई शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं ने आम लोगों का जीवन ‘नरक’ बना दिया है।