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प्रेम सम्पूर्ण समाज को आदर्श समाज बना सकता है : डॉ. तोमीर

चंडीगढ़, 14 फरवरी (ट्रिन्यू) पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में आज हिंदी साहित्य परिषद द्वारा प्रेम दिवस समारोह एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट...

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चंडीगढ़, 14 फरवरी (ट्रिन्यू)

पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में आज हिंदी साहित्य परिषद द्वारा प्रेम दिवस समारोह एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट के मौन के साथ हुई। राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत कविताओं के साथ स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी नारायण सिंह ने देशभक्ति की भावना का संचार किया। इस कार्यक्रम में वक्ताओं के रूप में डॉ. ज़रीन फातिमा (उर्दू-विभाग), डॉ. परमजीत कौर (पंजाबी-विभाग), डॉ. रीना चौधरी (समाजशास्त्र-विभाग), डॉ. तोमीर शर्मा (संस्कृत-विभाग) और अन्नु रानी शर्मा (कवयित्री) उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार ने सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर औपचारिक स्वागत किया। इसके पश्चात् शोधार्थी विनीता कुमारी, चेतना, सुलेखा, सुमन तथा स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा आरती ने प्रेम आधारित अपने विचार तथा कविताएं प्रस्तुत कीं। इसके पश्चात् कवयित्री अनु रानी शर्मा ने अपनी स्वरचित कविताओं का वाचन कर भारतीय संस्कृति में प्रेम-तत्त्व को परिभाषित किया। डॉ. रीना चौधरी ने समाजशास्त्रीय दृष्टि से प्रेम पर विचार करते हुए कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय में यह संभवतः पहला कार्यक्रम है जिसमें प्रेम को भारतीय संस्कृति के साथ जोड़ कर चर्चा हेतु मंच प्रदान किया गया।

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डॉ. तोमीर शर्मा ने कहा कि प्रेम एक ऐसा तत्त्व है जो सम्पूर्ण समाज को आदर्श समाज बना सकता है। हमारा प्रेम वसुधैव कुटुम्बकम वाला प्रेम है जो विश्व में भारत की श्रेष्ठता को व्याख्यायित करने में सक्षम है। डॉ. परमजीत कौर ने कहा कि प्रेम का कोई एक दिन नहीं होता। यह एक भावना है जिसे सिर्फ़ महसूस किया जा सकता है। इसके बाद, विभागाध्यक्ष ने स्मृति चिह्न देकर सभी अतिथियों को सम्मानित किया। साथ ही, वक्तव्य प्रस्तुत करने वाले शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

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