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पंजाब से आध्यात्मिक रिश्ता है प्रभु राम का : स्वामी राजेश्वरानंद

चंडीगढ़, 14 जनवरी (हप्र) पंजाब व पंजाबियत से प्रभु श्रीराम का भौगोलिक व अाध्यात्मिक नाता है। यह कहना है आचार्य स्वामी राजेश्वरानंद का। स्वामी राजेश्वरानंद रविवार को चंडीगढ़ में जोशी फाउंडेशन द्वारा आयोजित सर्व सांझी पंजाबियत विषय पर विचार व्यक्त...
रविवार को चंडीगढ़ में जोशी फाउंडेशन के ‘सर्व सांझी पंजाबियत’ कार्यक्रम में बोलते स्वामी राजेश्वरानंद।
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चंडीगढ़, 14 जनवरी (हप्र)

पंजाब व पंजाबियत से प्रभु श्रीराम का भौगोलिक व अाध्यात्मिक नाता है। यह कहना है आचार्य स्वामी राजेश्वरानंद का। स्वामी राजेश्वरानंद रविवार को चंडीगढ़ में जोशी फाउंडेशन द्वारा आयोजित सर्व सांझी पंजाबियत विषय पर विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ हिमाचल प्रदेश के चांसलर प्रोफेसर हरमोहिंदर सिंह बेदी ने की। साथ में मंच पर बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे मेजर जनरल आईपी सिंह एवं आयोजक जोशी फाउंडेशन के चेयरमैन विनीत जोशी व अध्यक्ष सौरभ जोशी। स्वामी राजेश्वरानंद ने कहा, ‘पंजाब में बहुत से ऐसे स्थान हैं जिनका संबंध भगवान राम से है, जैसे पटियाला से लगभग 30 किलोमीटर दूर पिहेवा रोड पर गांव घड़ाम जो कौशल्यापुरम कहलाता है, में प्रभु राम जी का ननिहाल है, खरड़ का अज्ज सरोवर भगवान राम जी के पूर्वज राजा अज्ज के नाम पर है, लव कुश की शास्त्र व शस्त्र की शिक्षा महर्षि वाल्मीकि जी के पंजाब स्थित अमृतसर के आश्रम में हुई और कहा जाता है रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन का ज्यादातर समय पंजाब में गुजरा।’ उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी का संबंध सिख धर्म से और भी गहरा तब हो जाता है जब 3-3 गुरु साहिबानों के अयोध्या पधारने के प्रमाण मिलते हैं। राजेश्वरानंद ने कहा कि प्रमाणों के आधार पर यह स्थापित है कि प्रभु राम का पंजाब से भौगोलिक व आध्यात्मिक रिश्ता है इसलिए आओ सभी मिल-जुलकर 22 जनवरी को अपने-अपने घरों में दीपक जलाएं।

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