चंडीगढ़, 1 जुलाई (ट्रिन्यू)
उत्कल सांस्कृतिक संघ की ओर से जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-31 से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शहर में धूमधाम के साथ निकाली गई। फूलों और मालाओं से सजे भगवान जगन्नाथ ऐसे लग रहे थे, मानो उनका साक्षात अवतरण हुआ हो।
रथयात्रा के दौरान उत्कल सांस्कृतिक संघ के पदाधिकारी इस्कॉन और श्री चैतन्य गौड़ीय मठ के संन्यासी और भक्त कीर्तन करते रथयात्रा में चल रहे थे।हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जय श्री जगन्नाथ के जयकारे लगाते हुए व उनका गुणगान करते हुए चल रही थी। भगवान जगन्नाथ की पूजा- अर्चना के बाद दोपहर 1 बजे भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा की शुरुआत हुई। मुख्य अतिथि पीजीआई के पूर्व डीन (अनुसंधान) प्रो. दिगंबर बेहरा ने भक्तों के साथ जगनाथ यात्रा का शुभारंभ किया। पूरा शहर जय जगन्नाथ की जयघोष से गूंज उठा।
यात्रा में रथ की रस्सी खींचने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। यात्रा के साथ भक्त नाचते-गाते हुए चल रहे थे। भगवान रथ में सवार थे और भक्त उनकी मस्ती में झूम रहे थे। उत्कल सांस्कृतिक संघ के सेकेट्री एसके नायक ने बताया कि रथयात्रा के बाद भगवान जगन्नाथ मौसी के घर पहुंचे।
बहुड़ा यात्रा के बाद वह दोबारा श्री मंदिर में पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि 2 से 8 जुलाई तक मंदिर परिसर में शाम 8 बजे से 10 बजे तक भजन संध्या का आयोजन होगा व बहुड़ा यात्रा 9 जुलाई को होगी। उत्कल सांस्कृतिक संघ के संयुक्त सचिव बी पात्रा ने बताया कि मान्यता के अनुसार भगवान श्री जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा व बड़े भाई बलभद्र के साथ अपने भक्तों को दर्शन देते हुए मौसी मां के घर पर जाएंगे। यहां नौ दिन रहेंगे।
इसे बाहुड़ा यात्रा कहा जाता है। इस अवसर पर संस्था के वाइस चेयरमैन एसके भुयान व अध्यक्ष एसएस पटनायक, उपाध्यक्ष ब्रजा कुमार भांजा, सुशांत कुमार नायक, अरुण कुमार, सहसचिव बसंत कुमार दास, सदस्य पीएन मलिक, लिंगाना चौधरी, दिवाकर जी, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार व एसके नायक मौजूद रहे।