मोहाली के सेक्टर-74 के नजदीक कूड़ा प्रबंधन केंद्र का स्थानीय निवासियों ने किया विरोध
नगर निगम मोहाली द्वारा चप्पड़चिड़ी युद्ध स्मारक के पास पुराने डंपिंग ग्राउंड से सटी लगभग 13-14 एकड़ भूमि की सफाई कर वहां बाउंड्री वॉल बनाने की तैयारी का इलाका वासियों ने कड़ा विरोध किया है। निगम की योजना है कि यहां आधुनिक कचरा प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जाए, लेकिन स्थानीय लोग इसे किसी भी हालत में स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। आज सेक्टर-74 स्थित एक पत्रकार सम्मेलन में बोलते हुए सेक्टर 74 सोसाइटी के पूर्व प्रधान और सेक्टर 74, 90 और 91 की संस्थाओं की संयुक्त एक्शन कमेटी के चेयरमैन बलदेव सिंह नागवंशी ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मोहाली का पुराना डंपिंग ग्राउंड बंद करवाया गया था क्योंकि उससे लोगों का जीवन नर्क समान हो गया था। उन्होंने कहा, “अब नगर निगम उसी स्थान के बिल्कुल पास नया कूड़ा प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की तैयारी कर रहा है, जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” इस अवसर पर सेक्टर 91 की समाजसेवी नेता रामदीप कौर और एडवोकेट जे.सी. महे ने भी कहा कि यह निर्णय जनविरोधी और खतरनाक है।
उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर यूनिट लगाया जा रहा है, वहां पास ही पुराना बरसाती चोआ ‘पटियाला की राओ’ बहता है, जिसे बंद किया जा रहा है। साथ ही नजदीक ही ऐतिहासिक चप्पड़ चिड़ी युद्ध स्मारक स्थित है और आसपास बड़े पैमाने पर रिहायशी कॉलोनियां और आईटी पार्क है, जहां हजारों लोग रहते और काम करते हैं। नेताओं ने कहा कि इस इलाके के गांव चप्पड़ चिड़ी कलां, चप्पड़ चिड़ी खुर्द और आसपास के अन्य गांवों के निवासी भी इस संघर्ष में उनके साथ आ जुड़े हैं। “किसी भी स्थिति में नगर निगम को यहां कूड़ा फेंकने या प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन और नगर निगम ने लोगों की भावनाओं की अनदेखी की तो क्षेत्रवासी बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ देंगे।