लिवर ट्रांसप्लांट लाइसेंस नवीनीकरण की जांच सफल
चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
पीजीआई चंडीगढ़ ने लिवर ट्रांसप्लांट लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए हुई राष्ट्रीय जांच सफलतापूर्वक पूरी कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने ट्रांसप्लांटेशन ऑफ ह्यूमन ऑर्गन्स एक्ट के तहत यह निरीक्षण किया। संस्थान के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा कि यह उपलब्धि नैतिक चिकित्सा और उत्कृष्ट सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य केवल इलाज नहीं, बल्कि ट्रांसप्लांट के लिए एक आशावादी और सशक्त इकोसिस्टम बनाना है। विशेषज्ञ समिति की अगुवाई कर रहे आईकेडीआरसी अहमदाबाद के डॉ. प्रांजल मोदी ने पीजीआई की कार्यप्रणाली को प्रेरणादायक बताया। एएचआरआर के कर्नल प्रियांक धीमान और डॉ. अमरजीत कौर (आरओएचएफडब्ल्यू, चंडीगढ़) ने आईसीयू सेवाओं, संक्रमण नियंत्रण और कोऑर्डिनेशन की सराहना की। निरीक्षण प्रक्रिया प्रो. लिलेश्वर कामन और प्रो. टी.डी. यादव की निगरानी में हुई, जबकि डॉ. स्वप्नेश कुमार साहू ने ट्रांसप्लांट सुविधाओं का विवरण प्रस्तुत किया। प्रमुख टीम में डॉ. अजय सावलानिया, डॉ. हरजीत सिंह, डॉ. निपुण बवाने, डॉ. अर्च डे, प्रो. समीर सेठी समेत कई विशेषज्ञ शामिल रहे।
अब तक 120 से अधिक हो चुके हैं ट्रांसप्लांट
संस्थान अब तक 120 से अधिक लिवर ट्रांसप्लांट कर चुका है। 2020–25 के बीच हुए 36 ट्रांसप्लांट में 11 प्रतिशत बच्चों पर केंद्रित रहे। ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेशन सिस्टम, प्रशिक्षित स्टाफ और आधुनिक आईसीयू सुविधाओं के साथ पीजीआई आज देश में अंगदान जागरूकता का केंद्र बन चुका है।