Lifestyle Diseases लाइफस्टाइल बीमारियों से बचाव: संतुलित इलाज और स्वस्थ आदतों पर जोर
बढ़ती लाइफस्टाइल बीमारियों जैसे मोटापा, डायबिटीज, हार्मोनल असंतुलन और तनाव को केवल दवाओं से नहीं, बल्कि संतुलित आहार, नियमित फिटनेस और माइंडफुलनेस प्रेक्टिस के जरिए प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। यह संदेश हेल क्लीनिक्स की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. भावना आहुजा ने चंडीगढ़ में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम 'इन्वेस्ट इन योर हेल्थ टुडे फ़ॉर अ बेटर टुमारो' में दिया।
डॉ. आहुजा ने बताया कि स्वस्थ आदतों के साथ-साथ तनाव प्रबंधन और भावनात्मक संतुलन, जीवनशैली संबंधी रोगों की रोकथाम और इलाज दोनों में अहम भूमिका निभाते हैं। इस मौके पर उन्होंने व्यापक कॉम्प्रीहेंसिव लाइफस्टाइल मैनेजमेंट प्रोग्राम की घोषणा की, जिसे डॉक्टरों, न्यूट्रिशनिस्ट्स, फिजियोथेरेपिस्ट्स और मेंटल हेल्थ विशेषज्ञों की टीम ने मिलकर तैयार किया है।
कार्यक्रम का नेतृत्व प्रसिद्ध एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. एम्मी ग्रेवाल कर रही हैं, जो एम्स जैसे शीर्ष संस्थानों से जुड़ी रही हैं और मोहाली के बड़े अस्पतालों में सेवाएं दे चुकी हैं। उन्होंने इंटीग्रेटेड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल, वजन नियंत्रण और डायबिटीज़ की रोकथाम में नवीनतम दवाइयों की भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी।
ट्राइसिटी के कई प्रमुख डॉक्टरों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। उनका मानना था कि बढ़ती लाइफस्टाइल बीमारियों को देखते हुए बहुआयामी और समग्र इलाज की जरूरत है। विशेषज्ञों ने जोर दिया कि अलग-अलग तरीकों जैसे दवा, आहार, व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य को एक साथ अपनाने से ही टिकाऊ सुधार संभव है।
डॉ. आहुजा ने कहा कि हेल क्लीनिक्स में हम मानते हैं कि रोकथाम इलाज से बेहतर है। हमारा लाइफस्टाइल पैकेज इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह शुरुआती संकेतों का पता लगाने, स्वास्थ्य की निगरानी करने और पेशेवर गाइडेंस के साथ स्वस्थ आदतें अपनाने में मदद करता है। असली स्वास्थ्य केवल लक्षणों का इलाज नहीं, बल्कि शरीर, मन और जीवनशैली का समग्र ख्याल रखना है।