चंडीगढ़, 9 मई (ट्रिन्यू)
विश्व रेड क्रॉस दिवस के उपलक्ष्य में पंजाब और भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी के सहयोग से ‘महामारी के खिलाफ लड़ाई में सिविल सोसायटी की भूमिका’ शीर्षक के तहत एक आभासी जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया गया है। आयोजन के पहले कुलपति प्रो. राज कुमार ने कहा कि सिविल सोसायटी सबसे प्रभावी सहकारी इकाई है जो प्रतिकूल परिस्थितियों से लड़ने के लिए यह विषय रखती है। मुख्य अतिथि अविनाश राय खन्ना ने कहा कि भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के गठन और काम के साथ एक वास्तविक सभ्य समाज के दायित्वों और भूमिका से संबंधित हैं। भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय महासचिव डॉ. उमाशंकर पचौरी ने पचौरी ने दर्शकों से सभी को जागरूक करने की अपील की कि भविष्य के लिए रेमडेसिविर जैसी दवाइयां एकत्रित करके आत्म केंद्रित होने का संयम रखना चाहिए, जब अन्य जरूरतमंद मरीज इसकी तत्काल आवश्यकता के कारण पीड़ित हैं। रिसर्च स्कॉलर, शिक्षाविदों और छात्रों के साथ-साथ पीयू के डॉ. विशाल शर्मा, बंदा बहादुर हॉस्टल के वार्डन, डॉ. मनीषा शर्मा, मदर टेरेसा गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन, डॉ गौरव गौड़, सामाजिक कार्य विभाग, पी.यू. मौजूद थे।