चंडीगढ़, 12 अक्तूबर ( ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ के प्रमुख अस्पतालों में बाह्यरोगियों की संख्या कम करने के लिए प्रशासन शहर की डिस्पेंसरियों को सुदृढ़ करेगा व उनमें डॉक्टरों के साथ अन्य सुविधायें भी उपलब्ध कराई जायेंगी।
सोमवार को कोविड़ वार रुम की बैठक में चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने निदेशक स्वास्थ्य सेवाओं को यह निर्देश दिए कि डिस्पेंसरियों में अधिक संख्या में डॉक्टरों को तैनात किया जाए और औषधालयों में अधिक सुविधाएं प्रदान की जाएं। यह सारी कवायद इसलिये की जा रही है ताकि पीजीआईएमईआर या जीएमएसएच -16 में ओपीडी की सुविधा के लिए मरीज़ों की भीड़ न जुटे।
प्रशासक ने विशेष सचिव स्वास्थ्य को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि घर में अलगाव में रह रहे कोरोना के रोगियों का अच्छी तरह से ध्यान रखा जाए और उन्हें आवश्यक दवाइयां और स्वास्थ्य किट प्रदान की जाएं। उनकी नियमित निगरानी और टेलीफोनिक परामर्श भी डॉक्टरों द्वारा किया जाए।
प्रशासक ने जिलामजिस्ट्रेट को यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये कि त्योहारों के दौरान बाज़ार में लोगों द्वारा कोविड़-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन हो।
वैक्सीन ट्रायल के तहत 77 स्वयंसेवकों का टीकाकरण
पीजीआईएमआर के डॉ. मधु ने कहा कि उन्होंने कोविड़ वैक्सीन ट्रायल के तहत 77 स्वयंसेवकों का टीकाकरण किया है, जिसमें से 65 व्यक्तियों ने एक सप्ताह पूरा कर लिया है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. अमनदीप कंग ने कहा कि स्वेच्छा से कोविड परीक्षण कराने वालों के लिये मोबाइल परीक्षण टीमों को निगम कार्यालय, यूटी सचिवालय, हल्लोमाजरा और मनीमाजरा में भेजा गया है।