पंचकूला, 14 जुलाई (हप्र)
भूस्खलन के कारण पिंजौर-कालका-परवाणु बाइपास किनारे पर चोना चौक से लेकर विश्वकर्मा कॉलोनी तक दर्जनों मकानों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। वर्ष 2017 से स्थानीय लोग अधिकारियों, नेताओं से बाइपास निर्माण के बाद मकानों की सुरक्षा के लिए डंगे, सुरक्षा दीवारें बनाने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन आज तक किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। शुक्रवार को पीडि़त लोगों ने पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन के समक्ष समस्या को रखकर उनका समाधान करवाने की मांग की। जिसके बाद चंद्रमोहन लोगों की समस्याओं को लेकर एनएचएआई अधिकारियों से मिलने के लिए एक शिष्टमंडल लेकर पहुंचे। शिष्टमंडल ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रदीप अत्री से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा और लोगों की समस्याओं का स्थाई समाधान करने की मांग की। शिष्टमंडल में एनएसयूआई राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपांशु बंसल एडवोकेट, कांग्रेस नेता सचिन शर्मा, पूर्व पार्षद रमेश चंद भट्टी, चेतन शर्मा, करम चंद शुक्ला एडवोकेट आदि शामिल थे।