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भूस्खलन से पिंजौर-परवाणू बाईपास पर घरों को खतरा

पीड़ितों ने शिवालिक विकास मंच अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन, केंद्र से मकानों की सुरक्षा के प्रबंध करने की मांग
कालका- परवाणू बाईपास पर भूसख्लन से पैदा हुआ मकानो को खतरा। हप्र
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पंचकूला/पिंजौर, 16 जुलाई (हप्र/निस)

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा वर्ष 2012 में जीरकपुर-शिमला नेशनल हाईवे पर पिंजौर-परवाणू बाईपास पिंजौर और कालका क्षेत्रवासियों की जमीन का अधिग्रहण कर पहाड़ काटकर बनाया गया था। इसमें विशेषकर पिंजौर-कालका-परवाणू बाईपास निर्माण के समय अधिकारियों और बाईपास निर्माण कंपनी ने कौशल्या नदी किनारे पर कई दशक पूर्व बने मकानों की सुरक्षा के प्रबंधों की अनदेखी करते हुए बाईपास का निर्माण कर दिया था। इस दौरान पिंजौर के मल्लाह चौक से घाटीवाला की पहाड़ी तक नाममात्र की रिटेनिंग वॉल ही लगाई गई थी। इसके परिणामस्वरूप धीरे-धीरे प्रत्येक बारिश के मौसम में भूस्खलन होता गया और दर्जनों मकानों के गिरने का भी खतरा बढ़ता चला गया। पिछले कई दिनों की मूसलाधार बारिश से अब तक का सबसे बड़ा भूस्खलन हो गया और बाईपास किनारे दर्जनों मकानों के गिरने का खतरा बढ़ गया। इसी के चलते मकान मालिक चेतन गौतम के नेतृत्व में स्थानीय लोगों के एक शिष्टमंडल ने शिवालिक विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल को ज्ञापन सौंपकर उनके मकानों को गिरने से बचाने के लिए सरकार से कदम उठाने की गुहार लगाई।

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पिंजौर-कालका बाईपास किनारे पीड़ित मकान मालिक विजय बंसल को ज्ञापन सौंपते हुए। -निस

ज्ञापन में चेतन गौतम, अंकित, कुलदीप सिंह आदि ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लापरवाही के कारण आज उनके मकान गिरने के कगार पर हैं क्योंकि एनएचएआई ने बाईपास निर्माण के समय रिटेनिंग वॉल और अंडरपास की सुरक्षा के उपायों में खामियां छोड़ दी, जिस कारण 178 परिवारों को अपने मकानों को लेकर परेशानी झेलनी पड़ रही है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल एडवोकेट ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, एनएचएआई चेयरमैन और एनएचएआई केंद्रीय विभाग के सचिव को ज्ञापन भेजकर तुरंत रिटेनिंग वॉल का निर्माण करने सहित भविष्य में वर्षा ऋतु से पूर्व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की।

प्रदीप चौधरी ने किया बरसात में बहे रास्ते का दौरा

पंचकूला (हप्र) : कालका के विधायक प्रदीप चौधरी ने ककराली से खानपुर गांव के उस रास्ते का दौरा किया जो बरसात से खराब हो गया था। इस रास्ते की पुलिया पानी में बह गई थी। इस दौरान उनके साथ मौली गांव के पूर्व सरपंच संजीव भूरा मौली भी मौजूद थे। इस मौके पर लोगों ने विधायक को बताया कि स्कूल के बच्चों और आम लोगों का रास्ते से निकलना मुश्किल हो गया है। लोगों ने जब बताया कि अधिकारी आए थे और रिपोर्ट भेजने की बात कर अपना पल्ला झाड़ गए मौली गांव के पूर्व सरपंच संजीव राणा भूरा ने इस रास्ते को आवाजाही के लिए अपनी मशीन व गाड़ियां लगाकर शुरू करवाया।

ककराली-खानपुर मार्ग चालू करवाया

रायपुररानी (निस) : लगातार भारी वर्षा के कारण गांव ककराली से खानपुर की सड़क बह गई थी जिस कारण लोगों व वाहनों की आवाजाही बंद हो गई व बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे थे। मौली गांव के पूर्व सरपंच संजीव राणा ने विधायक प्रदीप चौधरी व ग्रामीणों की मदद से सड़क को अस्थायी रूप से चालू करवाया।

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