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कृषि कानूनों से भी घातक लैंड पूलिंग पॉलिसी : एनके शर्मा

कहा-मोहाली के धरने में शामिल होंगे जीरकपुर, डेराबस्सी व लालडू के किसान
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जीरकपुर में बृहस्पतिवार को शिअद के नेता और पूर्व विधायक एनके शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए। -हप्र
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शिरोमणि अकाली दल के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक एनके शर्मा ने पंजाब सरकार द्वारा लागू की जा रही लैंड पूलिंग पॉलिसी को किसानों के लिए तीन कृषि कानूनों से भी खतरनाक बताया है।

एनके शर्मा पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग पॉलिसी के खिलाफ 28 जुलाई को मोहाली में होने वाले धरने की तैयारियों के संबंध में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि इस धरने में डेराबस्सी विधानसभा हलके समेत समूचे मोहाली जिले से अकाली दल कार्यकर्ता व किसान भाग लेंगे। इसके लिए वह गांवों में जाकर किसानों को भी लामबंद कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि जिस तरह से किसानों की एकजुटता के बाद तीन कृषि कानून वापस लिए गए थे। ठीक उसी तरह पंजाब सरकार को भी यह लैंड पूलिंग कानून वापस लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की किसानों की 64 हजार एकड़ जमीन पर नजर है। जिसकी अधिसूचना जारी होते ही किसानों के हाथ कट जाएंगे और वे अपनी ही जमीन में जाने से तरसेंगे।

एनके शर्मा ने कहा कि पंजाब में अकाली दल की सरकार के समय में लागू की पॉलिसी किसानों के हित में थी। आम आदमी पार्टी की सरकार ने यह नीति बनाते हुए किसानों को इसमें शामिल नहीं किया। जिस पॉलिसी को किसानों के हित में बताया जा रहा है किसानों को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। शर्मा ने कहा कि मोहाली में 28 जुलाई को होने वाले प्रदर्शन में जीरकपुर, डेराबस्सी तथा लालडू इलाके के प्रभावित किसान भाग लेंगे। सरकार ने चोर दरवाजे से किसानों को विश्वास में लिए बगैर ही यह पॉलिसी लांच कर दी है। शिरोमणि अकाली दल किसानों के साथ किसी भी सूरत में अन्याय नहीं होने देगा। इस अवसर पर वरिष्ठ अकाली नेता कृष्ण पाल शर्मा, राजिंद्र सिंह, शिव देव, मंजीत मलिकपुर, बृजेश राणा, सुरेश शारदा, हरविंद्र सिंह पिंका,सुरिंदर सिंह, डॉ.कृष्ण, बिक्रम सिंह, सुरजीत टिवाणा, परमिंद्र सिंह जौला, ओपी शर्मा, भिंदर राणा, गुरबिंद्र सिंह बल्लूराणा, रघुबीर जुनेजा आदि मौजूद थे।

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