चंडीगढ़ की पशु डिस्पेंसरियों में आधुनिक सुविधाओं का अभाव
चंडीगढ़ पेट लवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनू ने बुधवार को पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर उन्हें शहर के पशुओं एवं पौधों से जुड़ी समस्याओं की जानकारी दी। सोनू ने बताया कि शहर की एनिमल डिस्पेंसरीज़ पिछले 35-40 वर्षों से कार्यरत हैं, लेकिन इनमें आधुनिक सुविधाओं का अभाव है। आज भी यहां एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और ब्लड टेस्ट जैसी बुनियादी जांच सुविधा नहीं है। इस कारण पशु-प्रेमियों को प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है, जो महंगे हैं। इसके अलावा, डिस्पेंसरी का समय केवल सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक है, जबकि घायल या बीमार जानवरों के इलाज के लिए 24 घंटे की सुविधा आवश्यक है।
सोनू ने राज्यपाल से आग्रह किया कि शहर में फलदार वृक्षों जैसे जामुन, अमरूद, नीम, शहतूत, आंवला और आम को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि ट्री-गार्ड समय रहते हटाए जाएं और पेड़ों को बीमारियों से बचाने के लिए हर साल स्प्रे की व्यवस्था की जाए।
एसोसिएशन अध्यक्ष ने यह भी प्रस्ताव रखा कि भविष्य में एडवाइजरी काउंसिल में इंजीनियरिंग, पर्यावरण और पशु-प्रेम से जुड़े विशेषों को शामिल किया जाए, ताकि शहर की समस्याओं का वैज्ञानिक और व्यावहारिक समाधान हो सके। गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने सभी सुझावों की सराहना की और आश्वासन दिया कि इन विषयों पर जल्द ही ठोस कार्रवाई की जाएगी।