पंचकूला नगर निगम से जजपा का सवाल : करोड़ों खर्च, फिर भी गंदगी के ढेर क्यों ?
हर माह करीब चार करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद पंचकूला की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। जजपा ने इसे सरकार और नगर निगम की नाकामी करार दिया है। जिला अध्यक्ष ओपी सिहाग ने कहा कि कभी स्वच्छता...
हर माह करीब चार करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद पंचकूला की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। जजपा ने इसे सरकार और नगर निगम की नाकामी करार दिया है। जिला अध्यक्ष ओपी सिहाग ने कहा कि कभी स्वच्छता की मिसाल रहा पंचकूला आज जगह-जगह कूड़े के ढेरों में तब्दील हो गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने सफाई कर्मचारियों और गाड़ियों की संख्या तो बढ़ाई, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हुआ।
सिहाग ने बताया कि नगर निगम ने घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए 1.25 करोड़ रुपये प्रतिमाह का टेंडर और पुराने कूड़े के निस्तारण के लिए 46 लाख रुपये प्रतिमाह का ठेका दिया है, इसके बावजूद गली-मोहल्लों में गंदगी के अंबार लगे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम अधिकारी और जनप्रतिनिधि केवल कागजी वादों तक सीमित हैं, जबकि जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं दिख रहा। सिहाग ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के भीतर सफाई व्यवस्था में ठोस सुधार नहीं हुआ, तो जजपा नागरिकों के साथ मिलकर आंदोलन शुरू करेगी।

