ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

जामुन दिवस बना स्वास्थ्य, परंपरा और प्रकृति के संगम का पर्व

सेंट स्टीफन स्कूल सेक्टर 45-बी में शनिवार को जामुन दिवस न केवल स्वाद और स्वास्थ्य के रंग लेकर आया, बल्कि देश की परंपराओं व पर्यावरणीय चेतना का उत्सव बन गया। एनवायरनमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम...
चंडीगढ़ के सेक्टर 45 स्थित सेंट स्टीफन स्कूल में जामुन दिवस के मौके पर स्वाद का आनंद लेते अतिथि और छात्र। - ट्रिब्यून फोटो
Advertisement

सेंट स्टीफन स्कूल सेक्टर 45-बी में शनिवार को जामुन दिवस न केवल स्वाद और स्वास्थ्य के रंग लेकर आया, बल्कि देश की परंपराओं व पर्यावरणीय चेतना का उत्सव बन गया। एनवायरनमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य बैरी फ्रांसिस के स्वागत से हुई।

सोसायटी के सचिव एन.के. झिंगन ने बताया कि यह आयोजन 1997 से जारी है, ताकि जामुन की औषधीय और पर्यावरणीय उपयोगिता को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। धन्वंतरि आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रो. श्रीकांत आचार्य ने बताया कि जामुन मधुमेह, मोटापा और हृदय रोग के खिलाफ प्रभावी औषधि है। उपाध्यक्ष हेमराज सतीजा ने बताया कि इसकी लकड़ी जलशोधन में सहायक है और यह त्वचा, दांत और प्रतिरोधक क्षमता के लिए लाभकारी है। गायक के.सी. राही ने जामुन पर रचा गीत प्रस्तुत किया, जिसने वातावरण को जीवंत कर दिया।

Advertisement

संयुक्त सचिव प्रीति कपानी ने इसे अन्य स्कूलों तक पहुंचाने की योजना बताई। इस मौके पर हर्बल प्लांट एजूकेटर एवं विद्या भारती उत्तर क्षेत्र में पर्यावरण शिक्षा के क्षेत्रीय को-ऑर्डिनेटर ओम प्रकाश मनौली ने पौधारोपण में सुरक्षा के नियमों का पालन करने पर जोर दिया। बता दें कि ओम प्रकाश लंबे समय से हर्बल एवं मेडिसिनल प्लांट पर काम कर रहे हैं। कार्यक्रम के समापन पर छात्रों को जामुन वितरित किए गए।

Advertisement