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IPITA-2025 : पैन्क्रियाज ट्रांसप्लांट में वैश्विक स्तर पर पीजीआई का डंका, डॉ. देवप्रकाश चौधरी को इटली में मिला डेविड सदरलैंड अवार्ड

IPITA-2025 : पैन्क्रियाज ट्रांसप्लांट में वैश्विक स्तर पर पीजीआई का डंका, डॉ. देवप्रकाश चौधरी को इटली में मिला डेविड सदरलैंड अवार्ड
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चंडीगढ़, 18 जून (ट्रिन्यू)

Chandigarh News : पीजीआईएमईआर के किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. देवप्रकाश चौधरी को इटली के पीसा शहर में आयोजित 20वें वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ इंटरनेशनल पैन्क्रियाज एंड आइलैट ट्रांसप्लांट एसोसिएशन (IPITA-2025) में प्रतिष्ठित डेविड सदरलैंड डिस्टिंग्विश्ड स्कॉलरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवॉर्ड उन्हें 17 जून को प्रदान किया गया।

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इस सम्मान पर खुशी जताते हुए पीजीआई निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा, “डॉ. चौधरी को यह वैश्विक सम्मान मिलना पीजीआई की ट्रांसप्लांट इनोवेशन में अग्रणी भूमिका का प्रमाण है। उनका कार्य न केवल संस्थान की प्रतिष्ठा बढ़ाता है, बल्कि मरीजों की देखभाल और अनुसंधान के क्षेत्र में हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”

‘पैन्क्रियाज ट्रांसप्लांट के जनक’ डॉ. डेविड सदरलैंड के नाम पर दिया जाने वाला यह द्विवार्षिक अवार्ड उन युवा सर्जनों को दिया जाता है जो इस क्षेत्र में उत्कृष्ट क्लिनिकल स्किल और शोध कार्य प्रस्तुत करते हैं।

डॉ. चौधरी को यह अवार्ड पीजीआईएमईआर में उनके अग्रणी कार्य के लिए दिया गया है, जिससे रेनल ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग देश में नेतृत्वकारी स्थान पर पहुंचा है। इससे पहले वे मिनेसोटा विश्वविद्यालय में फैलो रह चुके हैं, जो पैन्क्रियाज ट्रांसप्लांट का 'मक्का' माना जाता है। उन्होंने अंग दानकर्ता पूल के विस्तार और ट्रांसप्लांटेशन विषय पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की शोध पत्रों के माध्यम से भी योगदान दिया है।

इस अवार्ड के तहत अब डॉ. चौधरी को मिनेसोटा विश्वविद्यालय, पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय और इंडियाना विश्वविद्यालय जैसे अग्रणी वैश्विक संस्थानों के साथ मिलकर अनुसंधान करने का अवसर मिलेगा।

AIIMS दिल्ली (MS) और PGIMER (M.Ch) के पूर्व छात्र डॉ. चौधरी, 2023 में पीजीआई के 36वें दीक्षांत समारोह में देश के पहले M.Ch ट्रांसप्लांट सर्जन बने। हाल ही में फैकल्टी बनने से पहले वे प्रशिक्षण के दौरान 10 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।

डॉ. चौधरी ने कहा, “यह अवार्ड मेरे लिए बेहद खास है। यह PGIMER में मेरा 11वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है, लेकिन फैकल्टी के रूप में पहला। मैं यह अवार्ड अपने गुरु डॉ. आशीष शर्मा को समर्पित करता हूं, जिनकी प्रेरणा, मार्गदर्शन और मरीजों के प्रति समर्पण ने मुझे उत्कृष्टता की राह दिखाई।”

रेनल ट्रांसप्लांट सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. आशीष शर्मा ने कहा, “यह संस्थान और हमारे पूरे ट्रांसप्लांट विभाग के लिए गौरव का क्षण है। पीजीआई का यह विभाग देश का अग्रणी पैन्क्रियाज और किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर है और दुनिया के उन चुनिंदा केंद्रों में है जो बेहद छोटे बच्चों के अंगों से भी सफल ट्रांसप्लांट कर रहे हैं।”

IPITA कांग्रेस पैन्क्रियाज और आइलैट ट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र में दुनिया का सबसे प्रमुख मंच है और डेविड सदरलैंड अवार्ड इसकी सर्वोच्च मान्यताओं में से एक है।

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