International Conference : AI और मशीन लर्निंग क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोधों ने विशेषज्ञों को एक साथ जोड़ा
International Conference : AI और मशीन लर्निंग क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोधों ने विशेषज्ञों को एक साथ जोड़ा
चंडीगढ़, 17 दिसंबर
International Conference : क्या मशीनें सोच सकती हैं? क्या वे इंसानों की तरह फैसले ले सकती हैं? इन जटिल सवालों का जवाब तलाशते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “कंप्यूटिंग एडवांस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML)” (CCAAIML 2024) का आज सफल समापन हुआ।
तकनीकी क्रांति के इस मंच पर AI और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोधों और विचारों ने दुनिया भर के विशेषज्ञों को एक साथ जोड़ दिया। पंजाब यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. वाई. पी. वर्मा ने समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा, “AI और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्र सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाले स्तंभ हैं।" सम्मेलन में करीब 100 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें AI, डीप लर्निंग, डेटा कम्युनिकेशन और कंप्यूटर नेटवर्क्स जैसे उभरते विषयों पर जोर दिया गया।
प्रमुख वक्ता
डॉ. ज्योतिर्मय दत्ता (IISc, बेंगलुरु) ने "डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में डेटा एक्सचेंज की भूमिका" पर अपनी बात रखी।
डॉ. बलविंदर सिंह (C-DAC, मोहाली) ने AI और ML के कृषि, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में उपयोग के दिलचस्प केस स्टडीज़ साझा कीं।
डॉ. मोहम्मद सुहिल (अमेजन एड्स) ने "LLMs के प्रभावी फाइन-ट्यूनिंग" और NLP की भविष्य की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया।
सम्मेलन समन्वयक प्रो. सोनल चावला और डॉ. अनुज शर्मा ने समापन पर सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। तकनीकी जगत के इस संगम ने यह साबित किया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग न केवल मानव जीवन को सरल बना रहे हैं, बल्कि भविष्य की एक नई तस्वीर भी उकेर रहे हैं।