जंक फूड से बचाव व पौष्टिक रेसिपी बनाकर दी स्वस्थ आहार की जानकारी
गांव मांधना में पोषण अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी मोनिका की अध्यक्षता में पोषण माह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और छ: माह से 6 वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को बच्चों के स्वास्थ्य पर जंक फूड के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। अभिभावकों को बताया गया कि कुरकुरे, चिप्स, मैगी, चाउमीन, पिज्जा और बर्गर जैसे फास्ट फूड बच्चों में मोटापे को बढ़ावा देते हैं और इसके कारण वे विभिन्न बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। मोनिका ने कहा कि बच्चों के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि भोजन में कम नमक और तेल का प्रयोग करना चाहिए, ताकि बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो सके।
साथ ही माता-पिता को भी स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर बल दिया गया।गर्भवती महिलाओं को समय पर पंजीकरण कराने और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने की सलाह दी गई, ताकि किसी भी प्रकार की जटिलता से बचा जा सके। राष्ट्रीय पोषण माह व सेवा पखवाड़ा पर टिक्कर गांव में सुपरवाइजर व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधारोपण किया।
लोगों को जंक फूड के नुकसान बताए गए। बच्चों के लिए पौष्टिक रेसिपी बनाई गई व 6 माह बाद शुरू होने वाले आहार की जानकारी दी गई। माता-पिता दोनों की जिम्मेदारी समझाते हुए पिता को भी कार्यक्रम में बुलाया गया। सुपरवाइजर सुनील कुमारी ने पौष्टिक रेसिपी व विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।