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कुर्सी बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने जबरन देश में लगाया था आपातकाल

कमलम में ‘संविधान हत्या दिवस’ पर सेमिनार, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह बोले
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मनीमाजरा (चंडीगढ़), 26 जून (हप्र)

कांग्रेस पार्टी द्वारा संविधान के साथ खिलवाड़ कर भारत में लगाए गए आपातकाल के 50वें वर्ष पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा पार्टी मुख्यालय कमलम में ‘संविधान हत्या दिवस’ पर बृहस्पतिवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा देशवासियों पर किए गए कथित अत्याचारों के बारे में बताया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा, कार्यक्रम संयोजक शक्ति प्रकाश देवशाली, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व हिमाचल के सह प्रभारी संजय टंडन, पूर्व अध्यक्ष अरुण सूद, पूर्व सांसद एवं एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन, कार्यक्रम सह संयोजक जगतार ढिल्लों, रुचि सेखरी एवं समीर गुप्ता सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष उपस्थित रहे।

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कार्यक्रम में हरदीप पुरी ने कहा कि 25-26 जून 1975 की रात तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए जबरन देश में आपातकाल लगाया था। संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ करते हुए संविधान में 21 दिनों में 48 संशोधन किए गए। देश के लगभग 1,11,000 से अधिक देशवासियों को जेल में ठूंस दिया गया। समाचार पत्रों की प्रेस पर ताले लगा दिए गए, बिजली काट दी गई। इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी के आदेश पर लोगों को घरों से पकड़-पकड़ कर लगभग 60 लाख लोगों की जबरन नसबंदी करवाई गई। कई अविवाहित युवाओं की भी नसबंदी कर दी गई। तुर्कमान गेट के समीप बनी गरीबों की बस्ती को उजाड़ दिया गया और पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में दर्जनों लोग मारे गए। इस अवसर पर आपातकाल के दौरान मीसा कानून के तहत जेल गए लोकतंत्र सेनानी देशराज टंडन एवं जतिंदर चोपड़ा को सम्मानित किया गया। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने पार्टी मुख्यालय कमलम में आपातकाल पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। इसके पश्चात भाजपा कार्यालय परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण-संरक्षण का संदेश दिया।

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