चंडीगढ़, 25 अप्रैल (ट्रिन्यू)
ट्राईसिटी में पार्किंग में गाड़ी फंसना एक बड़ी समस्या है। अकसर पार्किंग में लोग एक वाहन के आगे दूसरा खड़ा कर जाते हैं और पीछे खड़े वाहन को निकालने में काफी समय और मेहनत खर्च हो जाती है। कई बार तो वाहन निकालते में एक से दो घंटे तक खराब हो जाते हैं तो कई बार झगड़े की नौबत आ जाती है। मेडिकल इमरजेंसी में तो और भी अधिक परेशानी हो जाती है। इस समस्या का हल निकाला है चंडीगढ़ के युवाओं ने। उन्होंने ऐसी एप तैयार की है, जिसकी मदद से पार्किंग में वाहन फंसने पर क्यूआर कोड स्कैन से मालिक को कॉल कर अपनी गाड़ी को बाहर निकाल सकते हैं। स्टार्टअप के तहत अतुल जैन, संचित मित्तल और वरुण नितिन भल्ला ने पार्की एप विकसित की है।
इस एप के जरिए पार्किंग में फंसे वाहन पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर वाहन मालिक को फोन किया जा सकेगा। पार्की के निदेशकों अतुल जैन व वरुण नितिन भल्ला व ट्राईसिटी में पार्की एप के संचालक ईपार्किंग सोल्यूशन्स के निदेशकों संदीप शर्मा व शागिर अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वाहन पर लगे क्यूआर कोड को व्यक्ति अपने फोन से जैसे ही स्कैन करेगा, वैसे ही विंडो खुलेगी। इसमें कॉल नाउ व कॉल इमरजेंसी दो विकल्प होंगे। कॉल नाउ पर क्लिक करने पर सीधा वाहन मालिक को फोन जाएगा।
इमरजेंसी में भी मददगार
पार्किंग के अलावा इमरजेंसी में भी यह एप सहायक बनेगा। जिस वाहन पर क्यूआर कोड लगा हो और उसका एक्सीडेंट हो गया तो ऐसी स्थिति में भी उसे स्कैन कर कॉल इमरजेंसी पर फोन किया जा सकेगा।