समाधान नहीं हुआ तो लग सकती है सेब खरीद पर रोक
एशिया की सबसे बड़ी आधुनिक मंडियों में से एक एचएमटी पिंजौर एप्पल मंडी में मंडी शुल्क जमा करवाने के भेजे गए नोटिस को लेकर व्यापारियों और मार्केटिंग बोर्ड अधिकारियों के बीच नया विवाद खड़ा हो गया है। पिंजौर एप्पल मंडी में काम करने वाले व्यापारियों ने मार्केटिंग कमेटी के कार्यकारी अधिकारी एवं सेक्रेटरी को कानूनी नोटिस भेज कर कहा कि वे विगत 16 मई को मार्केट कमेटी द्वारा जारी नई और वैध अधिसूचना के अनुसार मंडी शुल्क का भुगतान करने को तैयार हैं। सेब व्यापारी साईं राम फ्रूट, पीके ट्रेडर्स, सुशील मेहता, ओम प्रकाश नरेश कुमार, ठाकुर फ्रूट, जय भगवती एप्पल, शिमला किन्नौर फ्रूट, मेहता फ्रूट, मुलमा फ्रूट, अश्विनी चौहान, मुकुंद चौहान, हनी रंजन सहित 29 व्यापारियों ने मार्केट कमेटी सचिव को भेजे नोटिस में कहा कि मार्केट कमेटी अधिकारी ने पुरानी अधिसूचना के अनुसार केवल एक दिन के भीतर मंडी शुल्क जमा करवाने के निर्देश दिए हैं जबकि लागू नई अधिसूचना एकमात्र कानूनी निर्देश है।
पिंजौर सेब व्यापारी संघ ने कहा कि मंडी समिति के मुख्य प्रशासक से उन्हें सीधी धमकी मिल रही है। गत दिवस व्यापारियों को जारी किए गए नोटिस में वह पुरानी अधिसूचना की पालना करने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी संबंध में एक मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में लंबित है। लेकिन उन्हें बार-बार दी जा रही धमकियों और जबरदस्ती भरे नोटिस व्यापारियों पर सुनवाई से पहले दबाव डालने के लिए जानबूझकर किया गया प्रयास प्रतीत हो रहा है। व्यापारियों ने बताया कि उन्हें कल सुबह से पिंजौर मंडी में सेब की किसी भी पेटी को प्रवेश न करने, न ही व्यापारियों को काम करने की अनुमति देने और उनके लाइसेंस निलंबित करने की चेतावनी दी गई है। व्यापारियों ने प्रदेश सरकार और संबंधित अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप करने, उन्हें दी गई धमकियां वापस लेने और कानूनी रूप से मान्य 16 मई की नई अधिसूचना के तहत व्यापारियों को अपना कारोबार जारी रखने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
व्यापारियों के साथ ऐसा बर्ताव बर्दाश्त नहीं : अशोक बुवानीवाला
हरियाणा कांग्रेस उद्योग सैल के चेयरमैन अशोक बुवानीवाला ने पिंजौर मंडी के मुख्य प्रशासक द्वारा मंडी में काम करने वाले सेब व्यापारियों को धमकी देकर पुरानी अधिसूचना का पालन करने का दबाव बनाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बिगड़ी कानून व्यवस्था के चलते प्रदेशभर के व्यापारी पहले से ही अपराधियों के निशाने पर हैं। ऊपर से अब प्रशासन के अधिकारी भी व्यापारियों के साथ ऐसा बर्ताव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के साथ ऐसा धमकी भरा बर्ताव कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।