चंडीगढ़, 10 जनवरी (ट्रिन्यू)
कॉलेज और विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने पंजाब सरकार के खिलाफ 41 दिन से चली आ रही भूख हड़ताल और पूरी तरह से ‘काम बंद’ करने के विरोध को फिलहाल निलंबित कर दिया है ताकि वर्तमान सेमेस्टर के लिए परीक्षाएं आयोजित की जा सकें। यह निर्णय आज डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में आयोजित बैठक में लिया गया जिसमें सभी कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आज भूख हड़ताल पर बैठे फैकल्टी सदस्यों डॉ. कविता आनंद, डॉ. मोनिका चोपड़ा और डॉ. श्रुति मड़िया से अनशन समाप्त करने का आग्रह किया गया। यहां जारी एक बयान में डीएवीसीटीयू के अध्यक्ष सुमित गोकलानी ने कहा कि शिक्षकों की लड़ाई सरकार के अन्याय के खिलाफ है जिसमें छात्रों ने अपना पूरा समर्थन दिया। सरकार ने न तो शिक्षकों के बारे में सोचा और न ही प्रदेश के छात्रों के भविष्य के बारे में। अब चूंकि पंजाब में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में छात्रों का नुकसान करने का कोई मतलब नहीं है। हालांकि 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को यूजीसी पे-स्केल के साथ लागू करने और यूजीसी से वेतनमान को डी-लिंक करने के पंजाब सरकार के फैसले को रद्द करने के लिए उनका आंदोलन अन्य तरीकों से जारी रहेगा। शिक्षकों ने कहा कि कुछ दिनों में पीसीसीटीयू जिला परिषद की बैठक होगी और वर्तमान संघर्ष को उसके तार्किक अंत तक ले जाने के लिए भविष्य की कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जाएगा।