मानवाधिकार आयोग ने डीसी, एसएसपी से मांगी रिपोर्ट
बुधवार सुबह 9 बजे इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 की फैक्टरी में ऑक्सीजन सिलेंडर के ब्लास्ट से दो मजदूरों की मौत होने के मामले में पंजाब स्टेट व चंडीगढ़ मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जिला फूड सप्लाई ऑफिसर मोहाली, डीसी व एसएसपी को 13 नवंबर से पहले अपनी रिपोर्ट जमा करवाने को कहा है। ऑक्सीजन सिलेंडर के ब्लास्ट से 27 साल के देवेंद्र, 25 साल के आसिफ अली की मौके पर मौत हो गई थी। इसी धमाके में अशोक (44), सर्वेश (45), सचिन (24) व अकबर (50) गंभीर रूप से घायल हुए थे जिन्हें सिविल अस्पताल फेज-6 में भर्ती करवाया गया था। बृहस्पतिवार को देवेंद्र व आसिफ के शवों का पोस्टमार्टम पुलिस की देखरेख में करवाया गया। देवेंद्र के भाई पवन कुमार ने बताया कि वह शव को अपने पैतृक गांव गरमसिहारी यूपी ले गए हैं। वहीं, आसिफ के शव को पोस्टमार्टम के बाद सेक्टर-25 चंडीगढ़ में दफनाया गया है। डीएसपी हरसिमरन सिंह बल ने बताया कि मृतक परिवारों व फैक्ट्री मालिक के बीच मुआवजे की बात चल रही है। वहीं, उन्होंने बताया कि कानून अनुसार मुआवजे का हकदार मृतक के परिवार का सदस्य होता है। आसिफ अपनी मासी के पास रहता था, उसके मौसा ने उसे बचपन से पाला है, इसलिए फैक्टरी मालिक आसिफ के पिता की जगह उसके मौसा को मुआवजा देना चाहता है। इस बात को लेकर परिवार से बातचीत की जा रही है। डीएसपी बल ने बताया कि बुधवार को ही फैक्टरी सुपरवाइजरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था। पुलिस जांच शुरू कर दी गई है।
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 में हाईटैक नाम से ऑक्सीजन प्लांट है। यहां से ट्राइसिटी सहित पूरे पंजाब के सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की सप्लाई होती है। सुबह सिलेंडर भरते समय अचानक ब्लास्ट हुआ और देवेंदर और आसिफ अली के चीथड़े उड़ गए। छत के टूटे मलबे के नीचे अन्य चार मजूदर आ गए। ब्लास्ट के बाद चारों तरफ अफरातफरी मच गई। ब्लास्ट के बाद सिलेंडर के टुकड़े 500 मीटर दूर बिखरे पड़े मिले थे। देवेंदर के शरीर के कई हिस्से हो गए थे। उसका सिर, गर्दन और टांगें अलग-अलग जगह पर जा गिरीं थी। वहीं आसिफ की धमाके के बाद छाती फट गई थी और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने फेज-11 थाने में मामला अकबर अली के बयान पर मामला दर्ज किया था।