मोरनी में बारिश से गिरे मकान, पक्की गलियों और मकानों में आने लगी दरारें
इलाके में भारी बारिश से खंड के गांव खरोग में एक ग्रामीण दूनी चंद का मकान गिर गया जिससे ग्रामीण का बड़ा नुकसान हुआ है। इस मकान के साथ अन्य किसानों के मकानों को भी खतरा हो गया है। भूड़ी गांव में घरों के साथ गलियां धंसने की सूचना है। अब किसानों के घरों को भी खतरा हो गया है। ठंडोग पंचायत के गांव मरोली में शकुंतला देवी के घर में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं जिससे घर गिरने का खतरा हो गया है। इससे पहले धारला पंचायत के किसान जयपाल का मकान भी भूस्खलन के कारण बुरी तरह टूट चुका है। किसान इस समय अपने पड़ोस के मकान में शरण लेने को मजबूर है।
इस बीच, मोरनी से टिक्कर ताल सड़क रसून गांव के पास मलबा गिरने से आवाजाही बंद हो गई और यहां सड़क भी धंसने लगी है। इसी सड़क पर एक जगह बड़ी बड़ी दरारें आ गई हैं जिससे सड़क के ढहने का पूरा अंदेशा बना हुआ है गांव के पास भी लगभग यही स्थिति जहां गलियों के साथ मिट्टी धंस रही है जिससे दरारें आ गई हैं। मोरनी-समलौठा रोड पर भी भूस्खलन की सूचनाएं हैं। समलौठा से जिया रोड पर सड़क पर लगी टाइलें भूस्खलन के कारण गिरने लगी हैं। ग्रामीणों को बारिश से काफी नुकसान हुआ है जिसके लिए लोग प्रशासन से लगातार मदद की मांग कर रहे हैं। मोरनी स्थित तहसील कार्यालय में भी पानी रिसने और दरारों से भवन को खतरा पैदा होने लगा है। पंचकूला से मोरनी को जोड़ने वाली दूसरी सड़कों पर भी मलबा, पेड़ व पत्थर गिरने की सूचनाएं हैं। घग्गर नदी में आए तेज बहाव के बाद छामला नदी पर घग्गर नदी पर लगे पुल में दरारें आने की सूचनाएं आ रही थी जिसके बाद मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के एसडीओ अनिल कांबोज और जेई नरेश कुमार ने मौके पर आकर पुल की स्थिति जांची।