Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

‘घर उजड़े, पर हौसले नहीं’ : 500 लड़कियों के सपनों को नई उड़ान दे रहीं डॉ. पूजा सिंह

पंजाब की बाढ़ ने जहां सैकड़ों घरों के सपनों को डुबो दिया, वहीं समाजसेवी डॉ. पूजा सिंह ने उन्हीं सपनों को फिर से जगाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों की 500 लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

पंजाब की बाढ़ ने जहां सैकड़ों घरों के सपनों को डुबो दिया, वहीं समाजसेवी डॉ. पूजा सिंह ने उन्हीं सपनों को फिर से जगाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों की 500 लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ढाई करोड़ रुपये मूल्य के नि:शुल्क स्किल-बेस्ड ब्यूटी कोर्स देने की घोषणा की है। इस योजना के तहत हर पात्र लड़की को 50,000 रुपये तक का कोर्स बिल्कुल मुफ्त कराया जाएगा।

एनआईआईबी (NIIB) की प्रबंध निदेशक डॉ. पूजा सिंह ने कहा, ‘बाढ़ ने घर उजाड़े हैं, लेकिन सपने नहीं। हर लड़की को अपनी पहचान खुद बनाने का हक है, और यह योजना उसी हौसले की शुरुआत है।’ उन्होंने बताया कि इस अभियान की जानकारी पंजाब के सभी जिलों के उपायुक्तों (डीसी) को ईमेल के माध्यम से दी गई है ताकि जरूरतमंद लड़कियों की सूची साझा की जा सके।

Advertisement

सरकार से साझेदारी की तैयारी

एनआईआईबी के सीईओ ईशान सिंह ने बताया कि इस पहल की जानकारी मुख्यमंत्री भगवंत मान और मंत्री अमन अरोड़ा को भी दी गई है। वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस योजना को पूरे राज्य में लागू करने पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह सिर्फ़ एक कोर्स नहीं, बल्कि जीवन को नई दिशा देने का मार्ग है। यह मुहिम इस बात का प्रतीक है कि बाढ़ भले सब कुछ बहा ले जाए, पर हिम्मत और उम्मीद कभी नहीं डूबती।’

Advertisement

सशक्तिकरण की सतत यात्रा

डॉ. पूजा सिंह लंबे समय से महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्किल डेवेलपमेंट के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उनकी संस्था एनआईआईबी के माध्यम से अब तक हज़ारों लड़कियां प्रशिक्षित होकर आत्मनिर्भर बनी हैं। यह नई पहल उसी निरंतर प्रयास की एक और कड़ी है, जो बताती है कि बदलाव की शुरुआत करुणा और कर्म से होती है।

हर लड़की बने अपनी कहानी की नायिका

इस योजना का उद्देश्य है कि पंजाब की कोई भी बाढ़ प्रभावित लड़की फीस के अभाव में अपनी शिक्षा या स्किल ट्रेनिंग अधूरी न छोड़े। डॉ. पूजा सिंह ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि हर लड़की अपनी कहानी खुद लिखे, क्योंकि बाढ़ केवल मिट्टी बहाती है, हिम्मत नहीं।’

Advertisement
×