जीरकपुर, 16 दिसंबर (निस)
जीरकपुर नगर कौंसिल में आज हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के समर्थकों और कौंसलरों ने एक घंटे तक जमकर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। करीब एक घंटे बाद नारेबाजी होने के बाद मामला शांत हुआ। नारेबाजी के दौरान कई बार धक्का-मुक्की और झगड़ा होने के आसार बने लेकिन कुछ सीनियर नेताओं ने बीच में पड़कर झगड़ा नहीं होने दिया। हालांकि नारेबाजी लगातार चलती रही।
नगर कौंसिल प्रधान उदयवीर सिंह ढिल्लों दूर से सब कुछ देखते रहे परन्तु उन्होंने लड़ाई खत्म करने की कोशिश नहीं की। पिछली दो मीटिंगों के दौरान अकाली दल द्वारा की जाती नारेबाजी को देखते हुए कांग्रेस पार्टी के वर्कर और काउंसलर आज पूरी तैयारी के साथ आये थे। हालांकि मीटिंग के दौरान कोई नारेबाजी नहीं हुई बल्कि कांग्रेसी काउंसलर अकाली दल के काउंसलरों को उकसाते नज़र आये। जब अकाली दल के काउंसलर मीटिंग रूम से बाहर निकले तो पहले से ही योजना बनाकर बैठे कांग्रेसी काउंसलरों और वर्करों ने हलका विधायक एनके शर्मा और अकाली दल के ख़िलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। नारेबाजी होती देख अकाली दल के काउंसलरों ने भी नारेबाज़ी शुरू कर दी। पहले अकाली दल के काउंसलर कम नज़र आ रहे थे परन्तु थोड़ी देर बाद ही अकाली दल के काउंसलर और अन्य समर्थक भी मौके पर पहुंचने शुरू हो गए। जब दोनों तरफ नारेबाजी शुरू हुई तो धक्का-मुक्की के बाद कई बार माहौल बिगड़ता नज़र आया। हालांकि अकाली दल और कांग्रेस के कुछ वर्कर झगड़ा चाहते थे परन्तु उनमें से कुछ समझदार वर्करों ने झगड़ा नहीं होने दिया और बचाव किया।
”उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था कि अकाली दल के वर्करों को घेरकर नारेबाज़ी की जाये परन्तु पिछली मीटिंगों को देखते हुए कांग्रेस के काउंसलर और समर्थक स्वयं इकट्ठा हुये, जिन्होंने अपनी भड़ास निकाली।
-उदयवीर ढिल्लों, प्रधान, नगर कौंसिल
”यह सब कुछ पहले ही तय किया गया था, जिससे वह विकास के मुद्दे न उठा सकें और नगर कौंसिल प्रधान अपनी मनमर्ज़ी के साथ प्रस्ताव डाल सकें और नगर कौंसिल के कामों के ठेके अपनी मनमर्ज़ी के साथ देकर करोड़ों रुपये के घोटाले कर सकें। -एनके शर्मा, हलका विधायक