कालका-पिंजौर क्षेत्र में स्वास्थ्य परियोजनाएं अधर में
शिवालिक विकास मंच के प्रदेशाध्यक्ष विजय बंसल ने आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर आरोप लगाया है कि कालका, पिंजौर और मोरनी जैसे क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं राजनीतिक नेतृत्व की कमजोरी और अधिकारियों की लापरवाही के कारण अधर में हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा टीपरा गांव में प्रस्तावित सिविल अस्पताल के लिए नगर परिषद की 10 एकड़ भूमि और 18.23 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने स्वयं प्रस्ताव से पीछे हटकर करोड़ों रुपये की बचत का अवसर गंवा दिया। चिकन गांव में 25 बिस्तरों वाले पीएचसी और मोरनी में सीएचसी निर्माण की घोषणाएं भी अधूरी हैं। वर्ष 2008 में स्वीकृत आठ उप स्वास्थ्य केंद्र आज तक नहीं बने।
बंसल ने कहा कि लोगों को इलाज के लिए दूरदराज जाना पड़ता है, जिससे गरीब मरीज जान गंवा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लंबित परियोजनाएं शीघ्र पूरी करने की मांग की है।