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Haryana Weather: हरियाणा में बारिश बनी आफत: तीन दिन में छह की मौत, 16 घायल

Haryana Weather: भिवानी, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर व पंचकूला में हादसे; कई परिवार उजड़े, बच्चे भी हुए शिकार
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बुधवार को बलटाना में पंचकूला को जोड़ने वाले रेलवे अंडरपास के पास पानी से भरी सड़क में फंसी एक कार को धक्का देते बच्चे। ट्रिब्यून फोटो: रवि कुमार
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Haryana Weather:  हरियाणा में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। मंगलवार देर रात से लेकर बुधवार सुबह तक अलग-अलग जिलों में हुए हादसों में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, बारिश से मकान गिरने और पेड़ उखड़ने जैसी घटनाओं ने कई परिवारों को जिंदगी भर का दर्द दे दिया।

भिवानी: नींद में समा गई मासूम जिंदगी

भिवानी जिले के कलिंगा गांव में बुधवार तड़के बड़ा हादसा हो गया। यहां बारिश के बीच एक कच्चा मकान गिरने से परिवार के तीन मासूम बच्चियों की मौत हो गई। हादसे के समय पूरा परिवार गहरी नींद में था। ग्रामीणों ने मलबा हटाकर परिवार को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने अंशिका (15), दिशा (9) और भारती (7) को मृत घोषित कर दिया। परिवार के मुखिया ओमपाल (45), उसकी पत्नी अनिता (40) और बेटा ध्रुव (5) घायल हालत में पीजीआई रोहतक रेफर किए गए। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से मकान की दीवारें कमजोर हो चुकी थीं।

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कुरुक्षेत्र: मजदूर भाइयों पर टूटा कहर

कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद की अमर विहार कॉलोनी में एक मकान की छत गिरने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई। मृतक संदीप (26) और कुलदीप (27) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले थे और मजदूरी के सिलसिले में यहां आए थे। हादसे के समय घर में सात लोग सो रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी विजय कलसी ने बताया कि मकान कच्चा था और लगातार हो रही बारिश से उसकी छत कमजोर हो गई थी। हादसे के दौरान परिवार का एक सदस्य कल्लू बाथरूम गया हुआ था, जिससे उसकी जान बच गई। चार अन्य मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें शाहाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यमुनानगर: एक परिवार पर टूटा दुख का पहाड़

यमुनानगर जिले के बैंदी गांव में बुधवार सुबह छत गिरने से मान सिंह (45) की मौत हो गई। मान सिंह दिहाड़ी मजदूर था और परिवार की रोजी-रोटी का सहारा भी वही था। हादसे में उनकी पत्नी और तीन बच्चे भी घायल हो गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी को मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। गांववालों का कहना है कि लगातार बारिश से मिट्टी का मकान कई जगह से दरक चुका था, लेकिन परिवार के पास मरम्मत करने के साधन नहीं थे।

पंचकूला: स्कूल के बाहर बच्चों पर गिरा पेड़

पंचकूला में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ, जब सेक्टर-चार स्थित सतलुज पब्लिक स्कूल के बाहर खड़ी एक कार पर भारी पेड़ गिर गया। कार में छह स्कूली बच्चे और उनके अभिभावक मौजूद थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और निजी अस्पताल में भर्ती कराया। आनंद अत्री ने बताया कि उसका भाई अनूप अत्री बच्चों को स्कूल छोड़ने आया था। उसी दौरान कार पर अचानक पेड़ गिर पड़ा। हादसे में घायल हुए सभी छह बच्चों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

बारिश ने खोली कमजोर ढांचों की पोल

पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने न सिर्फ जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि ग्रामीण और शहरी इलाकों में बने कच्चे व जर्जर मकानों की हालत भी उजागर कर दी है। सबसे ज्यादा नुकसान उन परिवारों को हुआ है जो मजबूरी में ऐसे मकानों में रह रहे थे। हादसों से साफ है कि बारिश से प्रभावित इलाकों में प्रशासनिक तैयारी नाकाफी साबित हो रही है।

प्रशासन के लिए चुनौती बनी आफत

बारिश के कारण बढ़ते हादसों ने प्रशासन के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। गांवों में कच्चे मकानों की हालत दयनीय हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो और भी हादसे हो सकते हैं। ऐसे में प्रशासन को त्वरित राहत और प्रभावित परिवारों की मदद के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

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