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Grow Anything Anywhere डच ग्रीनहाउस मॉडल से भारत के किसान बनेंगे ग्लोबल ग्रोअर्स

अब भारत के किसान खेत नहीं, तकनीक से फसल उगा सकेंगे । डच ग्रीनहाउस टेक्नोलॉजी के ज़रिये खेती का यह नया युग शुरू हो चुका है, जिसमें किसान मौसम, मिट्टी या तापमान की सीमाओं से मुक्त होकर किसी भी जगह,...

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अब भारत के किसान खेत नहीं, तकनीक से फसल उगा सकेंगे । डच ग्रीनहाउस टेक्नोलॉजी के ज़रिये खेती का यह नया युग शुरू हो चुका है, जिसमें किसान मौसम, मिट्टी या तापमान की सीमाओं से मुक्त होकर किसी भी जगह, किसी भी मौसम में अपनी पसंद की फसल उगा सकते हैं। ‘हॉर्टी रोड टू इंडिया’, जिसे नीदरलैंड सरकार का समर्थन प्राप्त है, ने बताया कि यह पहल छोटे और मध्यम किसानों के लिए खास तौर पर तैयार की गई है। अब स्ट्रॉबेरी, चेरी टमाटर और कैप्सिकम जैसी लाभकारी फसलें केवल एक से चार हेक्टेयर भूमि पर भी उगाई जा सकती हैं। वित्तीय सहायता और डच इंश्योरेंस पार्टनरशिप के सहयोग से किसान आधुनिक ग्रीनहाउस खेती के लिए आवश्यक संसाधन आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।

सेक्टर सत्रह में आयोजित कार्यक्रम में डच ग्रीनहाउस डेल्टा और हॉर्टी रोड टू इंडिया के भारत निदेशक रामनाथ तथा प्रतिनिधि टिफनी मीजर ने कहा कि ‘हम केवल तकनीक नहीं देते, बल्कि बीज चयन, जलवायु नियंत्रण, फॉगिंग, कूलिंग, मार्केटिंग और बिक्री तक किसानों का पूरा सहयोग करते हैं।’ यह मॉडल अबू धाबी जैसे पचपन डिग्री सेल्सियस तापमान वाले इलाकों में भी सफल साबित हुआ है।

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इस पहल के तहत किसानों को हैंड्स-ऑन मार्गदर्शन, तकनीकी सहायता और वित्तीय समाधान भी मिलेंगे, जिससे वे छोटे भूखंडों पर अधिक उत्पादन और मुनाफा हासिल कर सकें। फिलहाल डच कंपनियाँ पंजाब सरकार के साथ मिलकर राज्य में इस तकनीक को स्थानीय स्तर पर लागू करने पर चर्चा कर रही हैं।

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यह साझेदारी भारत में सतत, लाभप्रद और आधुनिक ग्रीनहाउस खेती को हर किसान तक पहुँचाने का लक्ष्य रखती है, जहाँ खेती सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि तकनीकी नवाचार का प्रतीक बनेगी।


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