राज्यपाल घोष ने युवाओं से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलने का किया आह्वान
राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने युवाओं से 2047 तक एक समावेशी और विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी द्वारा दिखाए गए सेवा आत्मविश्वास और राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर चलना चाहिए। राज्यपाल प्रो. घोष आज सेंट स्वामी विवेकानंद मिलेनियम स्कूल एचएमटी पिंजौर में आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी मित्रा घोष, कालका विधायक शक्ति रानी शर्मा, राज्यपाल सचिव डीके बेहेरा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में राज्यपाल ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें महानतम युवा प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों से प्रेरित संस्था के इस आयोजन का हिस्सा बनकर गर्व का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता की शताब्दी वर्ष 2047 की ओर अग्रसर यह देश अब विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी भारत बनने के मिशन पर है और इस मिशन के केंद्र में देश के युवा हैं। कार्यक्रम के उपरांत राज्यपाल ने गरीबों को कंबल और जरूरतमंद बच्चों को उपयोगी वस्तुएं वितरित कीं। उन्होंने स्कूल मैगज़ीन के 24वें संस्करण का भी विमोचन किया। विधायक शक्ति रानी शर्मा ने इस मौके पर कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सिखाया कि सच्ची शिक्षा डिग्री या अंकों से नहीं बल्कि चरित्र, शक्ति और दया से मापी जाती है। स्कूल प्रिंसिपल डॉ. पीयूष पुंज ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इस अवसर पर सचिव स्वामी यजनाधरानंद, रामकृष्ण मिशन जम्मू, स्वामी भीतिहरानंद रामकृष्ण मिशन आश्रम चंडीगढ़, स्वामी तन्महिमानंद रामकृष्ण मिशन आश्रम शिमला, स्वामी देवतंत्यानंद रामकृष्ण मिशन आश्रम मुंबई सहित यूथ कन्वेंशन की आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे।
