पिंजौर, 17 मई (निस)
कोरोना महामारी संकट के कारण अर्थव्यवस्था के लिए पैदा हुए मुश्किल हालातों ने आम लोगों की आर्थिक रूप से कमर तोड़ कर रख दी है। दुकानदार, व्यापारी, आम आदमी बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा है। उक्त शब्द कालका से पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने सोमवार को कालका में कहे। उन्होंने कहा कि कोरोना के कहर के दौरान बड़े पैमाने पर बेरोजगारी बढ़ी है । लॉकडाउन में व्यापारी, दुकानदार, कारोबारी लगातार कर्जदार होता जा रहा है। संस्थानों का किराया, लोन की किस्त, स्टॉफ की सैलरी से लेकर अन्य खर्च कारोबारियों की चिंता बढ़ा रहे हैं । साथ ही गरीब मजदूर को खाने के लाले पड़ रहे हैं। इतनी बुरी परिस्थितियों के बावजूद सरकार आम लोगों को कोई राहत नहीं दे रही है। दुकानदार-व्यापारी शर्तों के साथ कारोबार करने के इच्छुक हैं लेकिन उन पर कोरोना की गाइडलाइंस थोपी जा रही है। लोगों के लिए बीमारी से निपटने के अलावा परिवार के गुजारे की भी गंभीर समस्या बनी हुई है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि सरकार ऑड-ईवन प्रणाली पर भी विचार करे और लोगों को बिजली के बिलों में भी रियायत दे।
दिहाड़ीदार सबसे ज्यादा प्रभावित : मेयर
अम्बाला शहर (हप्र) : कोरोना महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर छोटे व्यापारियों, दिहाड़ीदार मजदूरों, रेहड़ी-रिक्शा व तिपहिया वाहन चालकों पर पड़ा है। यह कहना है अम्बाला की मेयर शक्तिरानी शर्मा का। उन्होंने बताया कि अम्बाला जिले में करीब 18 हजार से ज्यादा रिक्शा, रेहड़ी व दिहाड़ीदार मजदूर हैं जिन्हें 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ करने में मुश्किल को रही है। अम्बाला में नौकरी का सबसे बड़ा केंद्र अम्बाला शहर की कपड़ा मार्केट है जहां 8 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, वह भी आज संकट के दौर से गुजर रहे हैं। बसें व ट्रेनें बंद होने का असर भी आम आदमी पर पड़ रहा है। सभी अपने-अपने स्तर पर इनकी सहायता करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों की भलाई के लिए हम सभी को लॉकडाऊन के नियमों का पालन करना चाहिए ताकि हालात जल्द से जल्द सुधर आएं और ये लोग दोबारा अपने काम पर आ सकें।
सीएम, विज को ज्ञापन: वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने की मांग
पिंजौर(निस) : किसान कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय बंसल ने सोमवार को मुख्यमन्त्री और स्वास्थ्य मन्त्री को ज्ञापन भेजकर कालका विधानसभा क्षेत्र स्थित एसडीएच कालका, पीएचसी पिंजौर, सीएचसी नानकपुर, पीएचसी रायपुरानी, पीएचसी मोरनी में वेंटिलेटर सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की। बंसल ने कहा हैरानी की बात है कि लाखों की आबादी वाले इतने बड़े कालका विधानसभा क्षेत्र के किसी सरकारी अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है। कोरोना से जंग जीतने के लिए लोगों ने सैकड़ों करोड़ रुपए पीएम केयर व सीएम रिलीफ फंड में दान किए लेकिन एक साल बाद भी धरातल पर मेडिकल सुविधाओं का अभाव होने से आम जनमानस स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहा है। कोविड के चलते लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। कालका, पिंजौर, दून, रायतन, मोरनी, रायपुररानी के लोगाें को दर-दर भटकना न पड़े व आपातकाल में उनका जीवन सुरक्षित हो इसलिए वेंटिलेटर सुविधा होना जरूरी है।