सरकार मूकदर्शक, युवाओं का भविष्य खतरे में : प्रदीप चौधरी
पिंजौर, 2 जून (निस)पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने पिंजौर में आयोजित एक जनसभा में सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता की उम्मीदों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की ट्रिपल इंजन सरकार का 8 माह का कार्यकाल पूरा हो चुका है लेकिन कालका विधानसभा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। कालका क्षेत्र की सड़कों की हालत वर्ष 2014 से ही खराब बनी हुई है लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। पिंजौर-कालका मेन रोड की करोड़ों की लागत से की गई रीकारपेटिंग के बावजूद सड़कें जर्जर अवस्था में हैं और अब आम जनता सड़क की खराब हालत से तंग आकर खुद सड़कों पर उतर आई है।
पिंजौर के दून और रायतन सहित मोरनी, रायपुररानी जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़कें टूट चुकी हैं जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदीप चौधरी ने कहा कि इन क्षेत्रों में वर्षों से कोई विकास कार्य नहीं हुआ और अब लोग धरनों व विरोध प्रदर्शन का सहारा लेने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 8 माह पूर्व भाजपा सरकार ने नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था लेकिन क्षेत्र में नशे का कारोबार अब भी खुलेआम चल रहा है ।
युवाओं का भविष्य खतरे में है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी से परेशान युवा नशे की गिरफ्त में आ रहा है। कालका क्षेत्र में लागू धारा 7ए को लेकर भी पूर्व विधायक ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस धारा के चलते हज़ारों लोग अपनी जमीन का उपयोग नहीं कर पा रहे । न तो वे उसे बेच सकते हैं और न ही किसी प्रकार का विकास कार्य कर सकते हैं। सरकार ने इस धारा को हटाने का आश्वासन तो दिया था लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रदीप चौधरी ने कहा कि सरकार जनता की समस्याओं पर शीघ्र ध्यान दे और गंभीर समस्याओं से जनता को निजात दिलाने का काम करे।