GLADIUS 4.0 : खेल के रंग में रंगे PGIMER के सितारे, एक मंच पर एकजुट हुए 'स्पोर्ट्स योद्धा'
चंडीगढ़, 1 जून
GLADIUS 4.0 : PGIMER के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा, जब सफेद कोट पहनने वाले चिकित्सक 'GLADIUS 4.0' के मैदान में जज्बे, जोश और जुनून के साथ उतरे। खेल भावना, तकनीकी नवाचार और संस्थागत एकता का अद्भुत संगम बना यह आयोजन, जिसमें 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टरों और स्टाफ ने 13 खेलों में दमखम दिखाया। पहली बार ई-गेमिंग को शामिल कर आयोजकों ने परंपरा में भविष्य का रंग भर दिया।
मुख्य अतिथि मेजर डी.पी. सिंह—देश के पहले ब्लेड रनर और युद्ध के योद्धा—ने सम्मान समारोह में कहा, "GLADIUS 4.0 ने खेलों की आत्मा और नवाचार का अद्भुत मेल दिखाया। यहां रेजिडेंट डॉक्टरों का उत्साह देखकर लगता है कि ये न केवल मेडिकल फील्ड में अव्वल हैं, बल्कि मैदान में भी पीछे नहीं। यह आयोजन केवल खेल नहीं, बल्कि एक आंदोलन है—एकता, कौशल और सकारात्मक सोच का प्रतीक।"
PGIMER के निदेशक प्रो. विवेक लाल, ने इसे संस्थान की दूरदर्शिता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "ई-गेमिंग की शुरुआत और विविध खेलों में सहभागिता यह दिखाती है कि PGIMER केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं, बल्कि डॉक्टरों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। ये आयोजन टीमवर्क और रणनीतिक सोच को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।"
खेल समिति के चेयरपर्सन प्रो. संदीप बंसल ने कहा, "GLADIUS ने समावेशी, रचनात्मक और ऊर्जावान माहौल रचते हुए खेल आयोजनों की नई परिभाषा गढ़ी है। आने वाले वर्षों में हम इसे और व्यापक बनाएंगे।"
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (ARD) के अध्यक्ष डॉ. विष्णु जिंजा ने बताया कि इस आयोजन में कुल 200 खिलाड़ियों को मेडल और 50 विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान की गई। उन्होंने कहा, "यह आयोजन केवल पुरस्कारों तक सीमित नहीं, बल्कि यह PGIMER के भीतर छिपे आत्मबल, अनुशासन और भाईचारे का उत्सव है। GLADIUS 5.0 को और भव्य रूप देने का संकल्प हम सभी ने लिया है।"
तीन दिनों तक चले इस खेल उत्सव ने यह साबित कर दिया कि डॉक्टर केवल जीवन रक्षक ही नहीं, बल्कि प्रेरक, योद्धा और टीम लीडर भी हैं। GLADIUS 4.0 के जरिए PGIMER ने यह संदेश दिया कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक हैं—और एक सशक्त चिकित्सक वही है जो दोनों में संतुलन रखता है।