GB Legends : जीबी लीजेंड्स की विशेष पहल, साधारण परिवारों के युवाओं को मिलेगा गोल्फ और खेल में नया मंच
चंडीगढ़ गोल्फ लीग की प्रमुख टीमों में से एक जीबी लीजेंड्स ने साधारण परिवारों से आने वाले गोल्फरों और एथलीटों के समर्थन के लिए विशेष सीएसआर पहल शुरू की है। इसका उद्देश्य नई प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें विश्व स्तरीय कोचिंग, संसाधन और आर्थिक मदद उपलब्ध कराना है। टीम मालिक गुरनव भट्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “प्रतिभा को अवसर मिलना चाहिए, विशेषाधिकार नहीं।
जीबी लीजेंड्स साधारण परिवारों के युवाओं को हर तरह से समर्थन करेगी। हमारा लक्ष्य 2028 ओलंपिक के लिए चैंपियनों का समूह तैयार करना है।”जीबी रियल्टी द्वारा समर्थित यह पहल प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़कर एक समावेशी गोल्फ इकोसिस्टम बनाने की कोशिश है। सह-मालिक जतिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि गोल्फ को ज्यादा से ज्यादा युवाओं तक पहुंचाना और उन्हें करियर में आगे बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य है।
इस कार्यक्रम के तहत सौरव दास (कैंटीन सहायक का बेटा) और सुखलीन कौर (घरेलू सहायक की बेटी) जैसे युवाओं को मार्गदर्शन दिया जा रहा है। वहीं रूपवंत सिंह मट्टू, रुद्रराज दीवान और रजा कौर को प्रोफेशनल कोचिंग, टूर्नामेंट फीस और उपकरण सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रशांत नंदा का है, जो ऑटिस्टिक बच्चा है और विशेष डेवलपमेंट मॉड्यूल के तहत प्रशिक्षण ले रहा है। इसमें गोल्फ कोचिंग के साथ मनोवैज्ञानिक, फिटनेस ट्रेनर और फिजियोथेरेपिस्ट का सहयोग शामिल है।
टीम के उप-कप्तान डॉ. रविशेर तूर ने कहा कि यह पहल सिर्फ प्रतिस्पर्धा के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण एथलीट तैयार करने की दिशा में है। कार्यक्रम का एक खास पहलू इसकी कोचिंग टीम है- रंजीत सिंह, हरेंद्र गुप्ता और अक्षय शर्मा, जो कभी कैडी रहे और अब प्रोफेशनल गोल्फर बने। टीम के सीईओ अमित सूद ने कहा कि “सच्ची विरासत तब बनती है जब सफलता साझा की जाए। जीबी लीजेंड्स प्रदर्शन और उद्देश्य के बीच संतुलन बना रहा है।”
भारतीय गोल्फ यूनियन (आईजीयू) के काउंसिल मेंबर हरपुनीत संधू ने इसे लंबी अवधि की प्रतिबद्धता बताया। प्रेस वार्ता में टीम की महिला सदस्य सगुणा जैन और वरिष्ठ खिलाड़ी कर्नल गुरजीत सिंह भी मौजूद रहे।