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गढ़वाल सभा की वार्षिक बैठक, संविधान संशोधन पारित; पदाधिकारियों की बढ़ी संख्या

सदस्यों ने भवन सुधारों की समीक्षा की और गढ़ समाज के उत्थान पर जताया जोर

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गढ़वाल समाज के उत्थान और सदस्यता अभियान को गति देने के लिए गढ़वाल भवन, सेक्टर-29 में आज सभा की पहली वार्षिक आम बैठक बड़ी सक्रियता के साथ संपन्न हुई। बैठक की शुरुआत दिवंगत कोष निरीक्षक कारण सिंह पंवार को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर हुई।

बैठक में समाज के वरिष्ठ और प्रबुद्ध सदस्य शामिल हुए, जिनमें पूर्व प्रधान सब्बल सिंह पुंडीर, महासचिव भारत सिंह नेगी, बीबी बहुगुणा, सुरेन्द्र रावत, पंडित लाखी राम, जगदीश बंगारी, हरीश वर्थवाल, पूर्व प्रधान विक्रम बिस्ट, सुभाष शर्मा, रविंदर भंडारी सहित महिला प्रकोष्ठ और अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित थे। महासचिव बीरेंद्र कंडारी ने बताया कि एक वर्ष के कार्यकाल में भवन में कई अहम सुधार किए गए हैं।

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इनमें अग्निशमन यंत्र और सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, भूतल हाल और स्नानघरों का सौंदर्यीकरण, भवन का रंग-रोगन और संविधान संशोधन शामिल हैं। संविधान संशोधन समिति के संयोजक जगदीश असवाल द्वारा प्रस्तावित संशोधन आम बैठक में ध्वनि मत से पारित किए गए।

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प्रमुख बदलाव:

कार्यक्षेत्र का विस्तार: चंडीगढ़, पंचकुला, नयागांव, जीरकपुर के शहरी क्षेत्रों के साथ झामपुर और जुझार नगर भी शामिल।

पदाधिकारियों की संख्या 13 से बढ़ाकर 15, जिसमें नए पद उप वित्त सचिव और प्रेस सचिव शामिल।

निवृत्त महासचिव को अंतिम बैठक में वोटर लिस्ट की सत्यापित प्रति मुख्य चुनाव अधिकारी को सौंपना अनिवार्य।

सदस्यता शुल्क अंतिम आम बैठक से पहले भवन कार्यालय में जमा होना आवश्यक, इसके बाद सदस्यता अभियान अमान्य होगा।

बैठक में 30 सितंबर 2025 तक 17 महीने का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया, जिसे सभी सदस्यों ने स्वीकार किया। भविष्य में भवन में होने वाले सुधारों और विकास कार्यों के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए गए। प्रेस सचिव दिनेश सिंह नेगी ने सौंदर्यीकरण कार्यों की डॉक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया। सभा के प्रधान शंकर सिंह पंवार ने कहा कि सभा का हित गढ़ समाज के उत्थान में निहित है। आने वाले समय में भी सहयोग और एकजुटता की यही अपेक्षा है।”

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