फोर्टिस अस्पताल ने की पहली हार्ट ट्रांसप्लांटेशन सर्जरी
चंडीगढ़, 21 दिसंबर (हप्र)
फोर्टिस अस्पताल मोहाली ने अपनी पहली हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी और तीसरी मृत डोनर किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की है। उत्तरी भारत में दिल्ली-एनसीआर तक यह पहला निजी हेल्थकेयर हार्ट ट्रांसप्लांट और मृत डोनर किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उत्कृष्टता केंद्र बन गया है। एडवांस हार्ट फेलियर से पीड़ित एक 50 वर्षीय रोगी पर हार्ट ट्रांसप्लांट एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और हेड-कार्डियक सर्जरी डॉ. टीएस महंत के नेतृत्व में कार्डियक सर्जरी टीम द्वारा किया गया जिसमें डॉ. अंबुज चौधरी, डॉ मनोरंजन साहू, डॉ. आलोक सूर्यवंशी और डॉ. मो. लुकमान शामिल हैं। इन्हें कार्डियोलॉजी के हेड व डायरेक्टर और कैथ लैब्स के डायरेक्टर डॉ. आरके जसवाल और कार्डियोलॉजी के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. अरुण कोचर के नेतृत्व वाली कार्डियोलॉजिस्टस की टीम ने सपोर्ट किया। यह ऑपरेशन एक ब्रेन-डेड डोनर की बदौलत संभव हुआ, जिसने 67 वर्षीय प्राप्तकर्ता के लिए किडनी भी प्रदान की। डोनर के लीवर को ’ग्रीन कॉरिडोर’ के माध्यम से जयपुर के एक अस्पताल में पहुंचाया गया। रोपड़ स्थित डोनर को इंट्राक्रेनियल ब्लीडिंग और गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण 25 नवंबर को फोर्टिस अस्पताल मोहाली में भर्ती कराया गया था। परामर्श के बाद, डोनर के परिवार ने अंगदान के लिए सहमति दी। अस्पताल की ब्रेन डेथ कमेटी और डीआरएमई (मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च डिपार्टमेंट), पंजाब द्वारा नियुक्त राज्य के नामांकित व्यक्ति ने ब्रेन डेथ की पुष्टि की। डाक्टर महंत ने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद मरीज एक सामान्य आदमी की तरह जीता है। पिछले 2 साल में भारत में हार्ट पेशेंट के मरीजों में 40% की बढ़ोतरी हुई है।