चंडीगढ़, 5 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट के पूर्व सदस्य प्रो. केके धीमान ने पीयू के कैमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर कमलनाथ सिंह को एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि होम्योपैथिक कालेज सेक्टर-26 की इंस्पेक्शन के लिये 28 सितंबर को कुलपति द्वारा गठित की गयी कमेटी के आप चेयरमैन थे और कमेटी ने 6 अक्तूबर को काॅलेज का दौरा किया था इसलिये आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि काॅलेज अथॉरिटी ने छात्रों को क्लीनिकल ट्रेनिंग देने के लिये होम्योपैथिक अस्पताल ने टीचिंग का काम आउटसोर्स कर दिया है। तेरा ही तेरा मिशन की फैकल्टी को होम्योपैथी में पढ़ाने का यह काम दिया गया है, जो मॉडर्न सिस्टम के साथ सर्जरी कराती है और हर माह 2.13 लाख रुपये लेती है। इस एमओयू की कॉपी भी उन्होंने साथ में भेज दी है।
उन्होंने प्रो. केएन सिंह ने आग्रह किया है कि वे एफिलिएशन के लिये एक्सटेंशन की सिफारिश करने से पहले इस दिशा में कोई आवश्यक कदम उठायें जिससे होम्योपैथिक कालेज में टीचिंग का काम फिर से कालेज के हाथों में आ सके और पहले की तरह छात्र होम्योपैथिक के फील्ड में क्लीनिकल ट्रेनिंग हासिल कर सकें। इतना ही नहीं प्रो. धीमान ने कालेज की इस कार्रवाई को रेगुलेटरी बॉडी के नियमों का उल्लंघन भी बताया।