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पीजीआई में पहली बार शिशु का अंग और शरीरदान

चंडीगढ़, 23 मई (ट्रिन्यू) पीजीआई में पहली बार किसी शिशु के अंगों और शरीर दोनों का दान हुआ है। संगरूर जिले के लहरागागा निवासी टोनी बंसल और प्रेमलता ने अपने 10 महीने के बेटे वंश की मौत के बाद यह...
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चंडीगढ़, 23 मई (ट्रिन्यू)

पीजीआई में पहली बार किसी शिशु के अंगों और शरीर दोनों का दान हुआ है। संगरूर जिले के लहरागागा निवासी टोनी बंसल और प्रेमलता ने अपने 10 महीने के बेटे वंश की मौत के बाद यह ऐतिहासिक निर्णय लिया। वंश के अंगों से जहां एक जीवन बचा, वहीं उसका शरीर मेडिकल शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया गया। 16 मई को वंश अपने बिस्तर से गिरा और उसे सिर में गंभीर चोट लगी। संगरूर व पटियाला में इलाज के बाद उसे पीजीआई लाया गया, जहां 18 मई को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। डेरा सच्चा सौदा से प्रेरित माता-पिता ने अंगदान और फिर शरीरदान का साहसिक निर्णय लिया।

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पीजीआई निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा कि यह निर्णय पीड़ा में भी सेवा की भावना को दर्शाता है। वंश की दोनों किडनियां एक वयस्क मरीज को प्रत्यारोपित की गईं, जो अब स्वस्थ है। उसका शरीर मेडिकल छात्रों के प्रशिक्षण और अनुसंधान में उपयोग होगा।

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