जीरकपुर-पंचकूला रोड स्थित ‘औरा गार्डन’ मैरिज पैलेस में रविवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। बारात में चलाए गए पटाखों से निकली चिंगारियों के कारण शादी समारोह के बीच भीषण आग लग गई। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या क्षेत्र में कई मैरिज पैलेस फायर सेफ्टी नियमों को ताक पर रखकर चल रहे हैं? रात करीब 11 बजे जब आग भड़की, तो लोग अपनी जान बचाने के लिए एकमात्र गेट से बाहर भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। महिलाएं और बच्चे रोते हुए बाहर की ओर दौड़े। मेहमानों ने बताया कि पैलेस के अंदर प्लास्टिक और थर्माकोल का डेकोरेशन था, जो आग लगते ही धू-धूकर जल उठा। कुछ ही मिनटों में लपटें इतनी तेजी से फैलीं कि पूरा हॉल, सजावट और मंच जलकर खाक हो गया। पास के सैखो बैंक्वेट में भी आग लगने से काफी नुकसान हुआ। समय रहते पार्किंग में खड़ी लगभग 250 गाड़ियों को लोगों ने तुरंत बाहर निकाल लिया, अन्यथा नुकसान और अधिक हो सकता था। पुलिस का कहना है कि पैलेस मालिकों को आग से निपटने के लिए खुद इंतजाम करने चाहिए थे, जो उन्होंने नहीं किए। इसलिए बनती धाराओं के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
हादसे से बच निकले मेहमानों ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पैलेस में फायर अलार्म या फायर एग्जिट जैसे कोई इंतजाम नहीं थे। आग लगते ही लोगों को बाहर निकलने का रास्ता समझ नहीं आया, जिससे अफरा-तफरी फैल गई। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे सभी पैलेसों की तत्काल फायर सेफ्टी जांच की जाए और जिनके पास फायर एनओसी नहीं है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हादसे के कारण मेहमानों के एकसाथ बाहर निकलने की कोशिश से सर्विस लेन पर पौने घंटे तक लंबा जाम लग गया। 250 से अधिक गाड़ियों के अचानक निकलने और हाईवे से आग की लपटें देखकर राहगीरों के रुकने से ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई।
फायर ब्रिगेड को करनी पड़ी मशक्कत
आग पर काबू पाने के लिए लगभग दर्जन भर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं। जानकारी के अनुसार, जीरकपुर की फायर ब्रिगेड गाड़ियां जाम में फंस गईं थीं, जिसके बाद पंचकूला और डेराबस्सी से भी मदद मंगवानी पड़ी। आग की लपटें जब किचन तक पहुंचीं तो वहां रखे दो सिलेंडर धमाके के साथ फट गए, जिसकी आवाज़ दूर तक सुनाई दी और इलाके में दहशत फैल गई।

